मजदूरों ने पे लोडर से फायर स्टूगेशर को उतार कर आग बुझाने की कोशिश की। कामयाबी नहीं मिली। इंजन से होकर आग टायर तक पहुंच गई। घटना की सूचना प्रबंधन को दी गई। आग की लपटें इतनी अधिक तेज थी कि मजदूरों की आंखों के सामने देखते ही देखते मशीन राख हो गई। आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं है। लेकिन मजदूरों ने शार्ट सर्किट की वजह से आग लगने की आशंका व्यक्त की है।
कोयला उद्योग में एफडीआई का विरोध, बीएमएस ने किया प्रदर्शन, संघ के नेताओं ने ये कहा… घटना स्थल पर उपस्थित एक कर्मचारी ने नाम नहीं उजागर करने की शर्त पर बताया कि कार्य के दौरान डीजल टंकी की पाइप फट गई। डीजल लीकेज होने लगा। इंजन से स्पार्क हुआ। चिंगारी ने पे लोडर को चपेट में लिया। पे लोडर का नाम डब्ल्यू 800 बताया जा रहा है। खदान में पे लोडर से मिट्टी और कोयले को उठाकर गाडिय़ों में लोड किया जाता है।
प्रबंधन को दी गई थी मौखिक जानकारी
बताया जाता है कि मशीन की स्थिति से मजदूरों ने अपने वरिष्ट अधिकारियों को कई बार अवगत कराया था। तेल के रिसाव की जानकारी दी थी। इसके बाद भी प्रबंधन ने गंभीरता नहीं दिखाई। मेंटेनेंस कराने में उदासिनता बरती। इससे पे लोडर में आग लगने की घटना हुई।
फायर स्टूगेशर ने नहीं किया काम
आग लगने पर कोयला कर्मियों ने मशीनसे फायर स्टूगेशर को उतारा। इसे चालू कर आग बुझाने की कोशिश की। बताया जाता है कि फायर स्टूगेशर चालू नहीं हुआ।