कोरबा . जाम में सांसद और संसदीय सचिव का काफिला फंस गया। माननीय जब जाम में फंसे, तब सांसद का पीएसओ गाडिय़ों को साइड करवाने उतरा। लंबा जाम देखकर आपा खो बैठा। पीएसओ ने गाड़ी से एक बेत निकाला। और सड़क के बीच जो भी गाड़ी दिखी। उसपर ताबड़तोड़ वार करते हुए चालकों से जमकर गाली-गलौज भी की। इसे लेकर आने जाने वाले लोगों में जमकर नाराजगी देखी गई।
बुधवार को गोपालपुर में ऑयल टर्मिनल के शुभारंभ कार्यक्रम को लेकर ट्रेफिक पुलिस द्वारा कोरबा-कटघोरा मार्ग पर दर्री और गोपालपुर के नजदीक पर नो एंट्री लगा दी गई थी। कार्यक्रम होते तक तो पूरा ट्रेफिक पुलिस का अमला चप्पे-चप्पे पर तैनात था। लेकिन कार्यक्रम खत्म होते ही सड़क से पूरा अमला ही गायब हो गया। कोरबा-दर्री मार्ग पर ध्यानचंद चौक से पहले ही सुबह वाहनों को रोक दिया गया था।
इससे वाहनों की कतार लगी हुई थी। जैसे ही एंट्री खुली, भवानी मंदिर के सामने मुख्य मार्ग पर सड़कों का जाम लग गया। स्थिति ये थी कि कोहडिय़ा से लेकर ध्यानचंद चौक तक जाम में वाहन फंस गए। कार्यक्रम से लौट रहे सांसद डॉ बंशीलाल महतो, संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन का काफिला भी निवास स्थल के लिए बढ़ रहा था। इसी बीच दोनों ही जनप्रतिनिधी जाम में फंस गए। आगे सांसद की गाड़ी थी, उसके पीछे संसदीय सचिव थे।
जाम खाली कराने के लिए सांसद का पीएसओ गाड़ी से उतरा। लंबा जाम देखकर पीएसओ आपा खो बैठा। वापस गया और गाड़ी से एक लकड़ी का बेत लाया। और सड़क पर जितने भी वाहन सामने आए, सबपर ताबड़तोड़ वार करने लगा। पीएसओ ने अपना गुस्सा सबसे पहले एक स्कूल बस पर उतारा।
आधे घंटे से बस में स्कूली बच्चे फंसे हुए थे। चालक निकलने के फेर में फंस गया था। उसकी कोई बात सुनना तो दूर पीएसओ गाली-गलौज पर उतर गया। थोड़ी देर के लिए बच्चे भी डर गए। इसके पीछे एक कार में परिवार कटघोरा जा रहा था। उसके चालक को भी बेत से डराते हुए वाहन साइड कराया। इस वाक्ये से हर आने जाने वाला राहगीर कुछ देर के लिए सकते में आ गया।
कार्यक्रम से वापसी के दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया था, मेरी वाहन भी इसमें फंसी हुई थी। पीएसओ ने जाम खुलवाई। इस दौरान लोगों से किए गए दुव्र्यव्यहार की जानकारी मुझे नहीं है- डॉ बंशीलाल महतो, सांसद, कोरबा
Hindi News / Korba / पत्रिका एक्सक्लूसिव : जाम में फंसे सांसद, तो पीएसओ ने बेत निकालकर स्कूली बसों व चालकों पर ऐसे उतारा गुस्सा, पढि़ए खबर…