काले शीशे देख पुलिस ने रोक दी गाड़ी, चेकिंग के दौरान पुलिस के उड़े होश…
चिकित्सकों ने महिला की जांच की। चिकित्सकों ने जच्चा और बच्चों को मृत घोषित कर दिया। एक तरफ शासन लाभार्थियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस तरह का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी पोड़ी उपरोड़ा, पाली सहित अन्य विकासखंड के ग्रामीण व वनांचल क्षेत्र में प्रसव पीड़ित महिला का अस्पताल पहुंचने में देरी से मौत के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं, लेकिन व्यवस्था के दुरूस्त करने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि जिले में 11 महतारी एक्सप्रेस है। दो गाड़ियों के खराब होने के बाद नए गाड़ी उपलब्ध कराने को लेकर स्वास्थ्य अमला और एजेंसी ध्यान नहीं दी।
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समय पर जांच नहीं, एंबुलेंस में हो रहे प्रसवस्वास्थ्य सुविधाएं शहर और ग्रामीण दोनों ही क्षेत्र में बुरा हाल है। कई इलाके सड़क विहिन है। विकासखंडों में महतारी एक्सप्रेस की कमी है। गर्भवती महिलाओं के परिजनों के फोन करने पर भी गाड़ी समय पर घर नहीं पहुंच रही है। प्रसव संबंधी सहायता, प्रसव पूर्व जांच समय पर नहीं मिल रही है। प्रसव संबंधी जानकारी देरी से मिलने पर महिलाओं का प्रसव एंबुलेंस में होने के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। कोरबा विकासखंड में पांच महतारी एक्सप्रेसबताया जा रहा है कि विकासखंड कोरबा में पांच महतारी एक्सप्रेस है। इसमें से जिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए दो एंबुलेंस खड़ी रहती है। इसके अलावा तीन एबुंलेस अन्य सरकारी अस्पताल में खड़ी की जाती है।
इस विकासखंड में इतनी महतारी एक्सप्रेसविकासखंड एंबुलेंस संख्या – कटघोरा 01 – पोड़ी उपरोड़ा 01 – करतला 02 – पाली 02 – जिला अस्पताल 02 – कोरबा 03
– डॉ. एसएन केसरी, सीएमएचओ, कोरबा