चोर कौन थे और कहां से आए थे? यह अभी स्पष्ट नहीं है। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। चोरी की यह घटना शुक्रवार की रात से लेकर सोमवार सुबह के मध्य की बताई जा रही है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संग्रहालय के मार्गदर्शक हरिसिंह क्षत्रीय शुक्रवार को संग्रहालय गए थे। सभी सामान सुरक्षित थे। शनिवार और रविवार की अवकाश के बाद सोमवार को संग्रहालय पहुंचे तो उन्हें चोरी का पता चला। हरिसिंह ने घटना से आसपास के लोगाें को अवगत कराया। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई। सिविल लाइन थाना को अवगत कराया गया।
ये चीजें हुई पार घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि चोर रस्सी के सहारे संग्रहालय के छत पर चढे़े। छत पर रस्सी को बांधकर संग्रहालय पर उतरे। संग्रहालय की कुंडी तोड़कर भीतर घुसे। चोरों ने शीशे की ग्लास को तोड़कर रैक पर रखे गए तीन बंदूक, एक-एक देसी कट्टा, रिवाल्वर, दो पुरानी तलवार और 21 प्रकार के सिक्के की चोरी कर ली। यह सिक्के मौर्य काल से लेकर सल्तनत और ब्रिटिश साम्राज्य से लेकर आधुनिक काल के थे। चोरों का गिरोह संग्रहालय में रखे डालडा के 20 सिक्के भी चोरी कर ले गए हैं। शिकार के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तीर-धनुष भी साथ ले गए हैं, इसके अलावा प्राचीन काल में राजा द्वारा धारण करने वाले वस्त्र भी चोरी कर ले गए हैं।
पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। इसमें मदद के लिए डॉग स्क्वॉयड को बुलाया। मगर बारिश होने से डॉग से पुलिस को कोई खास मदद नहीं मिली। संग्रहालय के मार्गदर्शक हरिसिंह क्षत्रीय (korba news) की रिपोर्ट पर पुलिस ने चोरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि चोरों की पतासाजी की जा रही है। जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
गौरतलब है कि कोरबा जिले की अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं में बढ़ोत्तरी हो रही है। दो दिन पहले बदमाशों ने महाराणा प्रताप नगर के एक मकान में घुसकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। दीपका से कुसमुंडा जा रहे एक ठेकाकर्मी भी लूट का शिकार हुआ था। अभी तक पुलिस आरोपियों को नहीं पकड़ सकी है। छानबीन जारी है।
दो बंदूक छत पर मिली चोरों ने संग्रहालय से पांच बंदूक की चोरी की। रस्सी के सहारे लेकर संग्रहालय की छत पर पहुंचे। सोमवार को संग्रहालय की छत (cg news) पर दो बंदूकें मिली। इसे दोबारा संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।
संग्रहालय में सुरक्षा गार्ड नहीं पुरातत्व विभाग के कोरबा संग्रहालय में प्रशासन की ओर से सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था नहीं की गई है। दिन में मार्गदर्शक हरिसिंह उपस्थित रहते हैं। रात में कार्यालय की सुरक्षा करने के लिए कोई नहीं रहता है।
नशेड़ी गिरोह हो सकता है शामिल संग्रहालय में चोरी करने वाले कौन है? और उन्होंने चोरी की घटना को क्यों अंजाम दिया? यह अभी स्पष्ट नहीं है। कयास लगाए जा रहे है कि घटना के पीछे नशेड़ी गिरोह का हाथ हो सकता है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।