पिछले एक महीने से 30 हाथियों का झुंड एतमानगर रेंज के आसपास विचरण कर रहा था। कभी केंदई तो कभी पाथा, बांगो सहित अन्य क्षेत्र में उत्पात मचा चुका था। तीन दिन पहले ही हाथियों ने एतमानगर के समीप एक गांव में सिंचाई कर्मी को उठाकर पटक दिया था। गंभीर हालत मेें उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार अब भी जारी है। शुक्रवार की रात को भी हाथियों का झुंड इस रेंज के आसपास था। सरभोंका से लगे गांव मेंं हाथियों का झुंड शुक्रवार को पार हुआ था। गांव के दो ग्रामीणों को लगा कि अब झुंड वापस नहीं लौटेगा। दोनों मछली पकडऩे के लिए नदी किनारे जाल बिछाकर बैठे हुए थे।
बाड़ी से आवाज आने पर देखने पहुंचे सिंचाई कर्मी को हाथी ने सूंड़ से उठाकर पटका इसी बीच हाथियों की चिंघाड़ की आवाज आने लगी। देखते ही देखते झुंड के बीच दोनों ग्रामीण घिर गए। हाथियों ने दोनों को ही रौंद दिया। घटनास्थल पर ही दोनों ही दर्दनाक मौत हो गई। इसके बाद हाथियों ने जंगल से लगे कई मकानों को भी नुकसान पहुंचाया। हाथियों की वजह से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। वन विभाग मौके पर पहुंच गया है।