घटना विकासखंड करतला अंतर्गत श्यांग के पास स्थित ग्राम पंचायत लबेद के आश्रित गांव डुमरडीह की है। गांव से थोड़ी दूरी पर एक पहाड़ी पर संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा की बस्ती है। बस्ती में रहने वाले संरक्षित जनजाति के परिवारों को
मौसमी बीमारी ने जकड़ लिया है। उल्टी, दस्त से पीड़ित होने पर मंगलवार की रात 12 साल की बच्ची मंगला कोरवा को कोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान बच्ची ने बुधवार सुबह दम तोड़ दिया।
मंगला गांव के स्कूल में कक्षा तीसरी की छात्रा थी। बच्ची की मौत उसके पिता शुद्धू राम और मां मायावती का बुरा हाल है। परिवार के साथ अस्पताल पहुंचे पहाड़ी कोरवा देवना राम ने बताया कि उसके गांव में पिछले कई दिन से मौसमी बीमारी फैली हुई है। हर घर में सर्दी, खांसी से लोग परेशान हैं। कई लोगों को पेट दर्द की शिकायत है। लेकिन उनके गांव में इलाज नहीं मिल रहा है। ना तो स्वास्थ्य विभाग से डॉक्टर जा रहे हैं, और ना ही उनकी दवाईयां वहां के लोगों मिल रही है।
Diarrhea Outbreak In CG: स्वास्थ्य विभाग ने कहा: पीलिया से हुई मौत
इधर, जिले के मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि बच्ची की मौत पीलिया से हुई है। जब बच्ची को अस्पताल लाया गया था। उस समय उसकी हालत बहुत गंभीर थी। स्वास्थ्य अधिकारी ने डायरिया से मौत होने से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में पीलिया या उल्टी, दस्त के मरीज मिल रहे हैं। उन्हें दवाईंया दी जा रही है। बुधवार को ग्राम डुमरडीह में शिविर लगाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। इसमें तीन मरीज मौसमी बीमारी से पीड़ित मिले हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल से प्राप्त सूचना में बच्ची की मौत उल्टी, दस्त से होनो बताया गया है। मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।