असंगठित क्षेत्र में 97 फीसदी मजदूर काम करते हैं। सरकार ने कोयला उद्योग में 100 फीसदी विदेशी पंूजी के निवेश की मंजूरी देकर कोल इंडिया को नुकसान पहुंचाना चाहती है। एफडीआई की मंजूरी से कोयला उद्योग में विदेशी पंूजी बढ़ जाएगी। यह सही है कि विदेशी कंपनियों का मकसद रोजगार को बढ़ावा देना नहीं बल्कि पैसे कमाना होता है। आयोजित धरना प्रदर्शन में संघ के नेता लक्ष्मण चन्द्रा, अरुण सिंह, संजय सिंह सहित बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
बीएमएस हड़ताल करेगा तो सीटू देगा समर्थन
इधर, संयुक्त यूनियन की हड़ताल से दूर रहने पर श्रमिक नेताओं ने बीएमएस को घेरना चालू कर दिया है। सीटू नेता डीडी रामानंदन ने एक बयान जारी कर कहा है कि बीएमएस कोयला उद्योग में 15 दिन की हड़ताल करता है, तो उसे नि:शर्त समर्थन देंगे। सीटू का बयान ऐसे समय आया है, जब एफडीआई मुद्दे पर बीएमएस की नागपुर में बैठक होने वाली है।