मां बच्चे को चुप कराने बिस्तर पर ले गई और दूध पिलाने के बाद उसे सुला दी। फिर वह अपने काम में लग गई। कुछ देर बाद जब वह वापस बिस्तर पर आकर देखी तो श्रेयांश अचेत हालत में पड़ा हुआ था। उसे अनहोनी की आशंका हुई।बच्चे को देख घर में चीख पुकार मच गई। बच्चे को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया गया। परीक्षण कर
डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
बताया जाता है कि श्रेयांस माता-पिता का इकलौता पुत्र था। घटना से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। बारिश शुरू होते ही
कोरबा जिले में सर्पदंश के मामलों में तेजी आई। इस साल दर्जन भर से अधिक लोग सर्पदंश के शिकार हुए हैं। इसमें उनकी जान तक चली गई है। बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ाई है
बच्चा बता नहीं पाया, मां भी समझ नहीं पाई
मासूम छोटा था और बोल नहीं पता था। उसकी मां भी समझ नहीं पाई। उसे लगा कि बरसाती कीड़े ने काटा होगा। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजुर ने बताया कि परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। वहीं आगे की कार्रवाई की जा रही है। इससे संबन्धित खबर यहां पढ़े
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मानसून के आते ही जहरीले सांप बाहर निकलने लगते हैं। अंधेरे और नमी भरी जगह इन सांपों के लिए बिलकुल परफेक्ट होते हैं। ऐसे में बारिश के दिनों में ये सांप घरों में घुसने लगते हैं।
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