विकासखंड पाली में दो दिन तक झमाझम बारिश हुई थी। इससे क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर थे। गाजर नाला में अचानक जल का स्तर बढ़ने पर पानी लगभग दर्जन भर गांव में घुस गया था। इससे गांव में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। मुनगाडीह में तो पानी पुल से काफी उपर बह रहा था।
बारिश थमने से लोगों को राहत मिली है और गांव में घुसा पानी का स्तर धीरे-धीरे कम हो गया है। लेकिन इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि अभी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सका है। इधर बारिश के कारण फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का कार्य बुधवार देर रात तक जारी रहा। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने विकासखंड पाली के गांव खैराडुबान से आठ और पोड़ी से एक व्यक्ति को सकुशल बरामद किया गया।
लोगों को सुरक्षित निकाला गया
जिला प्रशासन की ओर से बताया गया है कि जिन लोगों को आपदा प्रबंधन विभाग की टीम के जरिए सुरक्षित बाहर निकाला गया है उसमें हरिराम जगत 35 वर्ष, संदीप जगत 15, विश्राम सिंह 42, रामलाल 55, रामकुमारी 38, रूपाली 20, विजय कुमार पोर्ते 25 और इंद्रपाल सिंह 20 वर्ष शामिल हैं। इसके अलावा पोड़ी से भी एक ग्रामीण को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। गांव में जल स्तर बढ़ने पर सभी लोगों ने ऊंचे स्थान पर शरण ली थी। जान बचाने के लिए प्रशासन से मदद मांग रहे थे। इधर तेज बारिश के कारण पहाड़गांव से सपलवा को जोड़ने वाले रास्ते में स्थित एक रपटा बह गया। एक दिन पहले इस रपटा के उपर से काफी पानी बह रहा था। बताया जाता है कि इसके बहने से सपलवा और पहाड़गांव के दोनों ओर स्थित लगभग आधा दर्जन गांवों का संपर्क सड़क मार्ग से टूट गया है। गांव के लोग इसी रास्ते होकर विकासखंड मुयालय पाली तक आना-जाना करते थे। बारिश के कारण इसी विकासखंड के अंतर्गत स्थित ग्राम ढुकुपखना से पर्रापखना के बीच स्थित एक पुल भी बह गया है। इसके कारण भी आधा दर्जन गांवों का संपर्क आपस में टूट गया है। लोगों को दोपहिया या चारपहिया गाड़ियों से आने-जाने के लिए परेशानी खड़ी हो रही है।
नुकसान का आंकलन कराएगा प्रशासन
इधर प्रशासन का कहना है कि अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कराया जाएगा। इसके लिए जल्द ही टीम का गठन कर संबंधितों को दायित्व सौंपा जाएगा। बहे हुए पुल-पुलियों की मरमत कर आने-जाने लायक किया जाएगा।