थोड़ी देर आपसी चर्चा के बाद अधिकारियों का दल अलग अलग स्थानों के लिए रवाना हुआ। थाने के पास स्थित दीपका कोल वॉशरी, गरुड़ नगर स्थित कोलवॉशरी और चाकाबुड़ा स्थित 270 मेगावाट के पॉवर प्लांट में प्रशासन की कार्रवाई चालू हुई। प्रशासन की ओर से टीम में शामिल सभी विभाग प्रमुखों को अलग अलग कार्य सौंपे गए हैं। इसमें वॉशरी और पॉवर प्लांट में कोयले की उपलब्धता, उसका भौतिक सत्यापन, परिवहन के साधन, जमीन की जांच के बिन्दुओ को शामिल किया गया है। प्रशासन की टीम पर्यावरण के मानकों पर जांच भी वॉशरी और प्लांटों की जांच कर रही है। टीम में शामिल अधिकारियों ने अभी मीडिया के साथ जानकारी साझा करने से इनकार किया है। इतना बताया है कि मामले की जांच चल रही है।
आगे की जांच के लिए रायपुर से पहुंची टीम
कार्रवाई के दौरान प्रशासन को किस प्रकार की गड़बड़ी मिली? यह 24 घंटे बाद भी स्पष्ट नहीं हुआ है। टीम की ओर से बताया गया है कि मामले की जांच चल रही है। आगे की जांच के लिए रायपुर स्थित खनिज विभाग के मुख्यालय से 14 सदस्यों की एक टीम दीपका गेवरा पहुंची है।
तीन साल में तीसरी कार्रवाई
प्रशासन की ओर से तीन साल में तीसरी बार एसीबी इंडिया और इससे जुड़ी कंपनियों पर कार्रवाई की गई है। दो बार पहले हुई जांच में कुछ खामिया पाई गई थी। इसके बाद प्रशासन की ओर से जुर्माना लगाया गया था।