Ration Card से कट जाएगा 2 लाख 74 हजार लोगों का नाम, नए नियम के तहत होगा ये काम, जानिए अभी
बार-बार चूक हो रही है। जहां भारी वाहनों की एंट्री नहीं होनी चाहिए, वहां पर भारी वाहनों से हादसे हो रहे हैं। करोड़ों की महंगी मशीनों को नुकसान पहुंच रहा है। पहले की तुलना में फंड में कमी के चलते ये हादसे बढ़ रहे हैं। डीजीएमएस की गाइड लाइन का पालन करने में लापरवाही बरती जा रही है।0 खान विशिष्ट ट्रैफिक नियमों का निर्माण और क्रियान्वयन।
0 एचईएमएम ऑपरेटरों का सिमुलेटर पर प्रशिक्षण।
0 निकटता चेतावनी उपकरण जैसे रियर व्यू मिरर और कैमरा, ऑडियो विजुअल अलार्म की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
0 रोशनी के स्तर को बढ़ाने के लिए हाइमास्ट टावरों का उपयोग करके प्रकाश व्यवस्था।
0 एचईएमएम की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ओसीपी में जीपीएस आधारित ऑपरेटर ट्रक डिस्पैच सिस्टम और जियो फेंसिंग।
2. दीपका खदान मेंं ईपी फीटर लाल दास खरे की 29 सितंबर को हादसे में मौत हो गई थी। इसपर कंपनी ने 10.96 लाख का मुआवजा दिया।
3. कुर्जा ओपन कास्ट में ठेका मजदूर एमएस कंवर की 16 नंवबर को हादसे में जान चली गई थी। इस पर कंपनी ने 14.77 लाख का मुआवजा दिया गया।
4. दीपका खदान में ठेका मजदूर पारस यादव की 29 नंवबर को जान गई थी। इस पर कंपनी ने परिवार को 12.21 लाख का मुुआवजा दिया।
5. कुसमुंडा खदान में ठेका मजदूर रामचंद्र की हादसे में मौत हो गई थी। 18 जुलाई को दीपका खदान में ट्रेलर से दबकर एक कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई थी।
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सुरक्षा फंड पर एक नजर
2018-19 – 59.50 करोड़
2019-20 – 04.00 करोड़
2020-21 – 06.00 करोड़
2021-22 – 04.50 करोड़
2022-23 – 04.00 करोड़ किस वर्ष कितने हादसे और मौत
वर्ष घातक हादसे गंभीर दुर्घटना 2017 7 7
2018 10 9
2019 07 10
2020 12 05
2021 05 10
2022 04 17
2023 02 11