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CG Vyapam : 12वीं पास विद्यार्थियों के लिए निकली बम्पर भर्ती, इतने तक मिलेगी सैलरी, जल्द करें अप्लाई नहीं तो… क्या कहते है परिजन मृतक पार्वती के बेटे मानकू ने कहा कि, मेरी मां तीन दिनों से उल्टी दस्त से पीड़ित थी और इसी बची शनिवार-रविवार की रात उसकी मौत हो गई। गांव में पानी की सुविधा नहीं होने के चलते हम लोग पिछले कई दिनों से नाले का पानी पी रहे है।
मृतक दलसाय के बेटे बजमन ने बताया कि, हमें तो समय ही नहीं मिल पाया कि, पिता को हॉस्पिटल ले जाते दो दिनों से वे उल्टी-दस्त से पीड़ित थे। गांव तक पहुंचने के लिए उचित साधन नहीं होने के चलते एंबुलेश भी नहीं पहुंच पाया और पिता की मौत हो गई।
सूचना के बाद सुबह से ही स्वास्थ्य अमला गांव में कैम्प कर रहा हैं अब जांच के बाद ही क्लीयर होगा कि, मौत का कारण क्या है। – दीपक सोनी, कलेक्टर यह भी पढ़ें :
सावन 2023 : कंधों पर कावड़ लेकर पहुंचे महादेवघाट, कालाहांडी के कलाकारों को देखने के लिए उमड़ी भीड़ पूरा मामला ग्राम पंचायत तोड़म के नलवाड़ है जहॉ एक ही दिन में तीन लोगों की मौत केवल उल्टी दस्त के चलते हो गई ग्रामीणों ने बताया कि, गांव में पानी की सुविधा नहीं है, और हम लोगों को बरसाती नाले का पानी पीना पड़ रहा हैं। जिसके चलते गांव में बीमारी भी फैलती जा रही हैं और गांव के पार्वती पति फागू 60, दलसाय नेताम पिता कुले 55 व निलगत पिता मंगतू 45 की मौत शनिवार-रविवार की रात हो गई गई।
बताया जा रहा है कि, उल्टी दस्त के चलते सुकलाल पिता ऐगु की भी मौत 8 अगस्त को हुई थी। वही गांव में अबभी कुछ लोग बीमार है जिन्हे स्वास्थ्य अमले ने जांच कर दवाईया दे दी है। वही आसमन कोर्राम को जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। यदि समय रहते गांव में स्वास्थ्य अमला पहुंच जांच कर लेता या व हैंडपंप की मरम्मत हो गई होती तो शायद असमय मौत के गाल में सामाने वाले चार लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
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जन-जागरण के लिए निकाली पदयात्रा, एक नहीं… सभी विषयों की पढ़ाई छत्तीसगढ़ी में करने की उठी मांग गांव में पसरा मातम लोग सदमे में एक साथ तीन लोगों की लाश गांव के अलग-अलग मोहल्ले से निकलने से पूरा गांव सदमे मे होने के साथ ही गांव में मातम पसरा हुआ है। गांव का हर कोई यही कह रहा है कि, हम लोगों ने गांव में हैंडपंप खोदने व जो खराब हो चुके है उसे बनवाने के लिए कई दफे जिम्मेदारों से कहा, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और गांव में एकसाथ तीन लोगों की मौत हो गई है। जिले के अंदरूनी इलाकों में शासन-प्रशासन के लाख दावे के बाद भी रहवासी ग्रमीणों केा अबतभी मूलभूत सुविधाए नहीं मिल पा रही है।