scriptजानिये,छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का राजनितिक सफर और किससे थी दावेदारी की कड़ी टक्कर | Know political career of Chhattisgarh congress president Mohan Markam | Patrika News
कोंडागांव

जानिये,छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का राजनितिक सफर और किससे थी दावेदारी की कड़ी टक्कर

अगला प्रदेश अध्यक्ष बस्तर संभाग से चुना जाना पिछले ही हफ्ते लगभग तय हो गया था। कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता और विधायक मोहन मरकाम (Chhattisgarh congress president Mohan Markam) के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस मोहन मरकाम को प्रदेश संगठन के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है

कोंडागांवJun 28, 2019 / 05:34 pm

Karunakant Chaubey

mohan markam

जानिये,छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का राजनितिक सफर और किससे थी दावेदारी की कड़ी टक्कर

कोंडागांव. पिछले काफी समय से छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष (Chhattisgarh congress president) को लेकर लगाए जा रहे कयास पर शुक्रवार को विराम लग गया है।अगला प्रदेश अध्यक्ष बस्तर संभाग से चुना जाना पिछले ही हफ्ते लगभग तय हो गया था। कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेता और विधायक मोहन मरकाम (Mohan Markam) के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने मोहन मरकाम को प्रदेश संगठन के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।

मोहन मरकाम का राजनितिक सफर

कोंडागांव के टेंडमुंडा गांव में 15 सितम्बर 1967 को जन्म हुआ। इनके पिता का नाम स्व. भीखराय मरकाम जिनके आय का मुख्य साधन कृषि था । 7 भाई व 2 बहनों में मरकाम जी 5 वीं सन्तान थे ।हाई स्कूल व हायर सेकेण्डरी माकड़ी व काॅलेज की पढ़ाई कांकेर महाविद्यालय से भूगोल विषय से एमए किया।

जानिये, सुप्रीम कोर्ट के किस आर्डर का विरोध करने की अपील कर रहे Naxalite

इस दौरान एनसीसी से गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। छात्रसंघ अध्यक्ष रहे। विभिन्न सामाजिक संगठनों में काम किया। इनकी रूचि कानून की पढाई में भी रही इसके लिए इन्होंने जगदलपुर में रहकर 2 वर्षों तक कानून की पढाई की । इस बीच शासकीय नौकरी मिलने से कानून की पढ़ाई बीच में ही छुट गई । इन्होने शिक्षाकर्मी आैर एलआर्इसी में विकास अधिकारी की नौकरी की।
1990-91 में शहीद महेन्द्र कर्मा जी के सानिध्य में कांग्रेस पार्टी से जुड़े। विधानसभा चुनाव 2008 में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार मोहन मरकाम (Mohan Markam) को अपना प्रत्याशी बनाया और भाजपा प्रत्याशी व छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री (सुश्री लता उसेण्डी) से उनका सीधा मुकाबला रहा जिसमें उन्हे 2771 मतों से हार का सामना करना पड़ा ।

पंद्रह साल में बन जाएंगे करोड़पति बस करिये ऐसा काम

2013 में कांग्रेस ने मोहन मरकाम को फिर से टिकट दिया और इस बार उन्होंने भाजपा प्रत्याशी व छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री रही लता उसेंडी को शिकस्त दे दी । 2018 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस की कोंडागांव सीट से लड़ते हुए फिर से भाजपा प्रत्याशी को हराया और लगातार दूसरी बार विधायक बने ।

मनोज मंडावी भी माने जा रहे थे प्रबल दावेदार

राहुल गांधी ने कोंडागांव विधायक (Kondgaon MLA Mohan Markam) मोहन मरकाम और भानुप्रतापपुर विधायक मनोज मंडावी को अपने आवास पर मुलाकात के लिए बुलाया था। प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया दोनों को लेकर राहुल गांधी के घर पहुंचे थे। वहां राहुल ने मोहन मरकाम (Chhattisgarh congress president Mohan Markam) और मनोज मंडावी से अलग-अलग मुलाकात की थी।

चाउमीन खाने से पहले पढ़ें ये खबर, फट चूका है एक बच्चे का फेफड़ा

करीब 20-20 मिनट की इन मुलाकातों के दौरान पीएल पुनिया भी मौजूद रहे। मोहन मरकाम ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया था। राहुल मिनट गांधी ने इस मुलाकात में दोनों विधायकों से उनकी सामाजिक-राजनीतिक पृष्ठभूमि की जानकारी ली थी । उनसे पूछा था कि वे कब से विधायक हैं, विधानसभा और उसके बाहर जनता के मसलों पर उनकी सक्रियता कैसी है।
Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter और Instagram पर…

Hindi News / Kondagaon / जानिये,छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का राजनितिक सफर और किससे थी दावेदारी की कड़ी टक्कर

ट्रेंडिंग वीडियो