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अब उन्हीं आमजनों को उक्त प्रमाण पत्रों के साथ-साथ अब आधार कार्ड बनवाने के लिए एक बार फिर तहसील मुख्यालयों के चक्कर काटते हुए परेशान होते आसानी से देखा जा सकता है। यह बात कम्युनिष्ट पार्टी ऑफ इंडिया (Communist Party of India) के जिला सचिव एवं राज्य परिषद् सदस्य तिलक पाण्डे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही है। उन्होंने कहा है कि, सत्तासीन हुए कांग्रेस को 6 माह से अधिक का वक्त हो चुका है और कांग्रेस द्वारा चुनावों (Elections 2018-19) के दौरान छग राज्य की सत्ता में आने के लिए आम जनता से किए गए वादों से आम जनता का मोह एक के बाद एक भंग होता नजर आ रहा है।जवानों को मिली बड़ी कामयाबी, मुठभेड़ में मार गिराए 12 नक्सली, 7 के शव बरामद
खेती-किसानी के टाईम करवा रहे नवीनीकरणखेती किसानी के ऐन वक्त में कांग्रेस सरकार ने राशन कार्ड (Ration card) के नवीनीकरण के कार्य को प्रारंभ कराना ही न केवल हैरानी में डालने वाला है बल्कि यह भी सिद्ध करने वाला प्रतीत होता है कि कांग्रेस (Congress) केवल वादों और नारों में ही किसानों ( farmers) तथा आमजनों की हितैषी वास्तविकता में नहीं। वहीं यदि कांग्रेस सरकार को राशन कार्ड नवीनीकरण का कार्य आनन-फानन में कराया जाना अतिआवश्यक हो गया था तो भी सरकार को चाहिए था कि पहले वह यह तय कर लेती कि राशन कार्ड नवीनीकरण (Ration Card Renewal) के लिए आवश्यक आधार कार्ड (Adhar card) बनाने के लिए राज्य में सभी जिलों/तहसीलों में पर्याप्त व्यवस्था है या नहीं।
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यदि कांग्रेस की सरकार नवीनीकरण कार्य के दौरान अतिआवश्यक रुप से महत्वपूर्ण आधार कार्ड बनाए जाने की व्यवस्था करने के बाद राशन कार्ड नवीनीकरण का कार्य प्रारंभ कराया गया होता तो संभवत: वर्तमान में जिस तरह गांव-गांव से किसान, मजदुर व आमजन सहित मासुमों को गोद में लेकर महिलाओं को तहसील मुख्यालयों में आकर आधार कार्ड बनाने की लाईन में खडे होकर बेवजह परेशान होते नजर नहीं आते।छत्तीसगढ़ के खबरों के लिए Chhattisgarh News यहाँ क्लिक करें।