Chhattisgarh News:
केवल सितंबर तक ही मरीजों को मिलेगा ‘आयुष्मान भारत योजना’ का लाभ आधा कार्य होने के बाद जब उन्होंने मेजरमेंट व भुगतान की बात कही तो संबंधित विभाग लोक निर्माण ने उक्त हेंड में बजट नहीं होने की बात कह दिया। इसके बाद से उनकी कागजी कार्रवाई शुरू हुई जो आज तक चली आ रही हैं। यहां तक कि मामला सीएम जनदर्शन (CM jandarshan chhattisgarh) से लेकर न्यायालय तक भी गया। बावजूद इसके संबधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों ने उनकी एक न सुनी और सरकारी कागजों में ही घूमाते रहने से खुद को प्रताड़ित होने की बात ठेकेदार ने कही।
सरकार बदली पर अफसरों का रवैया नहीं बदला
ठेकेदार नेे कहा कि, सरकार बदल गई, लेकिन आज भी सरकारी अफसरों के काम करने का तरीका पहले जैसा ही है। और मुझे सुनियोजित तरीके से आर्थिक एव सामाजिक क्षति पहुंचाने तथा मेरे विरूद्व कुट रचना कर 24 अपराधिक प्रकरण न्यायालय में दर्ज किया गया जहां से एक-एक कर सभी प्रकरणों से मैं निर्दोष साबित हुआ।
World Population Day:
रात को ये तरीका अपनाकर दे सकते हैं आबादी नियंत्रण और देश विकास में अपना सहयोग इसके बाद भी से मेरे द्वारा लगातार कागजी कार्यवाही किया जाता रहा। लेकिन मेरे आवेदनों पर कोई सुनवाई न करन भ्रष्ट्राचार व असफरशाही को साबित करता हैं। जिससे मैं अब त्रस्त हो चुका है। और आजादी पर्व 15 अगस्त (Independence day 2019) की शाम 4 बजे स्थानीय बांधा तालाब में जल समाधि (Jal samadhi) लेने का निर्णय कर लिया हैं। ज्ञात हो कि, इसी ठेकेदार (Contrector) ने तकरीबन सालभर पहले लोक निर्माण विभाग (PWD chhattisgarh) के अफसरों के विरूद्व मामला दर्ज करने दस्तावेजों के साथ कोतवाली में आवेदन दिया था।