CG News: समाज के साथ अन्याय
पिछड़ा वर्ग को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा बयान आने की देरी भाजपा से जुड़े लोगों द्वारा पूरे राजधानी को आभार धन्यवाद के फ्लेक्स बैनर से पाट दिया जाता है। कहा गए वे लोग आज
बस्तर में आकर देखें पिछड़ा वर्ग को कितने प्रतिशत का आरक्षण लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा साय साहब से यही कहना चाहूंगा कि आदरणीय आप प्रदेश के मुखिया है।
कम से कम आप तो ऐसी बेतुका बयान न दें जिससे समाज पहले खुश और हकीकत मे ठगा हुआ महसूस करे। आज नगरीय निकाय त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के जारी आरक्षण मे बस्तर संभाग के पिछड़ा वर्ग को न के बराबर आरक्षण मिला है यह समाज के साथ अन्याय नहीं तो क्या है।
पिछड़ा वर्ग के लिए यह समाज के अधिकार के साथ खिलवाड़
पिछली चुनाव मे कोंडागांव नगरपालिका के 22 वार्ड में 06 वार्ड पार्षद सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था आज केवल तीन सीट है फरसगांव नगर पंचायत मे शून्य प्रतिशत सीट है केशकाल नगर पंचायत मे केवल 2 सीट आरक्षित हैं वहीं जिला जनपद के सीटों मे यहाँ तक पंचायत के वार्ड पंच सीटों मे भी शून्य प्रतिशत आरक्षण दी गयी है पिछड़ा वर्ग के लिए यह समाज के अधिकार के साथ खिलवाड़ है। सरकार नहीं चाहती की पिछड़ा वर्ग को प्रतिनिधित्व का अवसर मिले पिछड़ा वर्ग समाज अपनी आवाज को बुलंद कर सके। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार मे देश मे मिल रहे पिछड़ा वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण को प्रदेश में भी लागू करने की दिशा मे पहल किया विधानसभा में पूर्ण बहुमत से पारित कर राज्यपाल के पास पहुंचा। परन्तु केंद्र मे बैठी भाजपा की मोदी सरकार नहीं चाहती की छत्तीसगढ़ में बाहुल्य जनसंख्या वाली पिछड़ा वर्ग समाज को 27 प्रतिशत आरक्षण मिले। इसलिए महामहिम राज्यपाल द्वारा उक्त आरक्षण संबंधी विधेयक को शिथिल रखा गया।
जंगी प्रदर्शन को हम पूर्ण रूप से करते हैं समर्थन
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस पार्टी सदैव एसटी एससी पिछड़ा वर्ग के विकास को लेकर काम करते आई है इन वर्गो के उत्थान के लिए कई योजनाएं संचालित करते आई है। परन्तु भाजपा की चाल चरित्र और चेहरा आज इस आरक्षण के माध्यम से साफ दिख रहा है भाजपा क्या चाहती है।
सर्व पिछड़ा वर्ग समाज द्वारा 30 दिसंबर को आयोजित बस्तर संभाग महाबंद एवं जंगी प्रदर्शन को हम पूर्ण रूप से समर्थन करते हैं।
पिछड़ों के हर एक लड़ाई मे हम उनके साथ खड़े हैं। भाजपा द्वारा बस्तर मे निवासरत एसटीएससी ओबीसी वर्ग के आपसी भाईचारे को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है हम बस्तरवासी इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सब एक है। यह लड़ाई केवल पिछड़ा वर्ग की नहीं बल्कि हमारी संयुक्त लड़ाई है।