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आशुतोष गुरुवार रात ड्यूटी के लिए गया था। काम के दौरान वह कंवेयर बेल्ट में फंस गया जिसके कारण उसके शरीर के कई टुकड़े हो गए। सूचना मिलने पर श्रमिक व अधिकारी मौके पर पहुंचे व शव को प्लांट मेडिकल यूनिट भेजाा। वहां से शव को पुलिस के हवाले कर दिया गया। यह घटना कैसे हुई इसका पता नहीं चल पाया। दुर्घटना की सूचना मिलने पर सभी श्रमिक संगठन के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे एवं घटना के कारणों को जानने की कोशिश की। उधर इस घटना से प्लांट में कार्यरत श्रमिकों में दहशत व्याप्त हो गया है।
—–श्रमिक संगठनों ने उठाई प्लांट में सेफ्टी को लेकर आवाज
श्रमिक संगठनों ने प्लांट में सेफ्टी को लेकर आवाज उठाई है। सीटू नेता सौरव दत्ता, इंटक नेता रजत दीक्षित, एटक नेता शंभू चरण प्रमाणिक, एचएमएस नेता अरूप दास, बीएमएस नेता अरूप राय ने घटना पर दुख जताते हुए मामले की जांच की मांग की। इससे पहले 20 नवंबर को दुर्गापुर स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस विभाग में गर्म तरल लोहा लेडल से गिर गया था जिसमें मौके पर ही श्रमिक पोल्टू बाउरी की मौत हो गई थी। जबकि २ श्रमिकों ने इलाज के दौरान दम तोड़ा था।
– इससे पहले 20 नवंबर को दुर्गापुर स्टील प्लांट (डीएसपी) इकाई में ब्लास्ट फर्नेस का गर्म तरल लोहा गिरने से 4 श्रमिक चपेट में आ गए थे। डीएसपी के ठेका श्रमिक ब्लास्ट फर्नेस विभाग में रेलवे ट्रैक की मरम्मत कर रहे थे। उसी समय गर्म तरल लोहा अचानक गिरने लगा जिसमें चारों श्रमिक चपेट में आ गए। इसमें एक श्रमिक की जान गई थीजबकि 3 जख्मी हुए। हादसा उस वक्त हुआ था जब दुर्गापुर स्टील प्लांट की ब्लास्ट फर्नेस नंबर-2 से पिघला हुआ लोहा दूसरी जगह ले जाने में अचानक लेडल पलट गया। उस समय दुर्गापुर स्टील फैक्ट्री के कई ठेका मजदूर उस सडक़ पर रेलवे लाइन की मरम्मत का काम कर रहे थे। फैक्ट्री सूत्रों के अनुसार मृत मजदूर का नाम पलटू बाउरी था। वह यहां ठेका मजदूर के रूप में काम करता था। प्रशांत बनर्जी, प्रशांत गोप और गोपी राम गंभीर रूप से घायल हुए थे।