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भारत बंद में आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी,एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, एसईडब्ल्यूए,एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं। वामदलों ने हड़ताल का समर्थन किया है। इसके अलावा 60 स्टूडेंट यूनियनों और यूनिवर्सिटीज के अधिकारियों ने भी हड़ताल का हिस्सा बनने का ऐलान किया है। शिक्षा संस्थान फीस बढ़ोतरी और शिक्षा के वाणिज्यीकरण का विरोध करेंगे। ट्रेड यूनियनों ने जेएनयू हिंसा और विश्वविद्यालयों में हो रही ऐसी घटनाओं की निंदा करते हुए छात्रों का साथ देने का फैसला किया है। ट्रेड यूनियनों का दावा है कि इस बंद में करीब 25 करोड़ लोग शामिल होंगे।
पांच बैंक संगठनों ने हड़ताल का समर्थन किया है। बैंकों के बंद रहने से एटीएम में कैश की किल्लत हो सकती है। यह असर 9 जनवरी को भी दिखाई दे सकता है। हालांकि ऑनलाइन बैंकिंग सेवा पर कोई असर नहीं होगा। एसबीआई ने कहा कि कि कामकाज पर आंशिक असर होगा। निजी बैंकों के कामकाज पर असर होने की संभावना नहीं है।