एप्रन एक्सटेंशन के बाद एयरपोर्ट पर हर समय एक साथ छह फ्लाइटें एप्रन में खड़ी हो सकेगी। आंधी, तूफान आने, सर्दियों में कोहरा छाने या फिर किसी भी प्रकार से मौसम में आई खराबी आने पर यहां पर शेड्यूल फ्लाइटों के अतिरिक्त अन्य फ्लाइट्स या विमान को भी एप्रन में खड़ा किया जा सकेगा। यदि जयपुर एयरपोर्ट एप्रन में फ्लाइटों के खड़े रहने की जगह नहीं होने की सूरत में भी किशनगढ़ एयरपोर्ट पर फ्लाइटें की लेंडिंग करवा कर एप्रन में खड़ा किया जा सकेगा।
एयरपोर्ट अथोरिटी नई दिल्ली के प्लानिंग डायरेक्टर ने एप्रन एक्सटेंशन की अप्रूवल दे दी है। वर्तमान में एप्रन में मात्र दो विमान खड़े हो सकते है और एक्सटेंशन के बाद यहां छह विमान खड़े जा सकेंगे। इनमें एयरबस 320 जैसे बड़े वाहन भी शामिल है।
-बी.एल. मीणा, निदेशक, किशनगढ़ एयरपोर्ट।