खरगोन

विदेशों में बैठे डॉक्टरों से भी करा सकेंगे गंभीर बीमारी का इलाज, यह है व्यवस्था

telemedicine- विदेशों के डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मरीज की ऑनलाइन करेंगे जांच…>

खरगोनAug 26, 2022 / 06:34 pm

Manish Gite

खरगोन। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के इस जिले के मरीजों को भी विदेशी डाक्टरों से भी इलाज मिल जाएगा। गंभीर बीमारियों के लिए अब बड़े शहरों की दौड़ लगाने की बजाय विदेशों के डाक्टरों की भी राय (medical advice) मिल पाएगी। जिले के 38 स्वास्थ्य केंद्रों में टेलीमेडिसिन सुविधा (telemedicine service) मिल पाएगी।

सीएमएचओ डॉ. डीएस चौहान ने बताया शुरुआती दौर में यह सुविधा भीकनगांव, खरगोन, गोगांवा, भगवानपुरा, बड़वाह और महेश्वर जनपद की 5-5, कसरावद में 4, झिरन्या में 3 और सेगांव की 1 पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) को इस सुविधा से जोड़ा है। तैयारी अंतिम चरण में है। जिले में नेटवर्क मजबूत करने पर काम किया जा रहा है।

 

कोलकाता हब के डॉक्टर देंगे सुझाव

कई बार डॉक्टर स्थानीय स्तर पर इलाज के अभाव में मरीजों को रेफर कर देते हैं लेकिन अब नई तकनीक में ऐसा नहीं होगा। स्थानीय विशेषज्ञ डॉक्टर कोलकाता में स्थापित हब पर मौजूद चिकित्सक से जांच कर परामर्श देंगे। डॉक्टर ऑनलाइन मरीज व रिपोर्ट को देखने के बाद जांच या ट्रीटमेंट के लिए सुझाव व उपचार बताएंगे।

ऐसे होगी प्रक्रिया

डीपीएम मनीष भद्रवाले ने बताया कोलकाता के डॉक्टर जिला अस्पताल में उपलब्ध दवाइयां ही प्रिस्क्राइब करेंगे। जहां तक जांच की बात है तो जिला अस्पताल में भी जांच कर रिपोर्ट संबंधित डॉक्टर को भेजी जाएगी। मप्र शासन द्वारा प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 45 प्रकार की जांचें और 299 प्रकारी की जरूरी दवाइयां निशुल्क उपलब्ध है।

 

मप्र शासन ने इस कार्य के लिए पवनश्री फ्रूड इंटरनेशनल प्रालि. इंदौर के साथ अनुबंध किया है। इस प्रक्रिया में इनका कार्यदायित्व और भूमिका तय की है। अनुबंध के अनुसार चिन्हित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर लैब टेक्नीशियन और एचआर एक्जिक्यूटिव उपलब्ध कराया जाएगा। पीएचसी पर जरूरी उपकरण के साथ इंटरनेट की व्यवस्था होगी। तकनीक का प्रशिक्षण देंगे। पवनश्री के डॉ. संजय पटेल ने बताया इस तकनीक से एम्स के डॉक्टरों से भी टेलीमेडिसिन के माध्यम से इलाज किया जा सकता है।

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