भगवान आदिनाथ के मोक्ष कल्याणक पर हुई भक्तांबर मंडल विधान की पूजा
देव, शास्त्र व गुरु तीनों मोक्ष मार्ग के सच्चे उत्पे्रेरक है – आचार्य सुवीर सागरमहिला मंडल ने 48 दीपों से आरती कर किया भक्तांबर पाठ
देव, शास्त्र व गुरु तीनों मोक्ष मार्ग के सच्चे उत्पे्रेरक है – आचार्य सुवीर सागरमहिला मंडल ने 48 दीपों से आरती कर किया भक्तांबर पाठ
खंडवा.
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की मोक्ष कल्याणक पर आचार्य सुवीर सागर महाराज के सानिध्य में सराफा जैन धर्मशाला में मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाया गया। भगवान आदिनाथ का अभिषेक व शांति धारा कर श्रद्धालुओं द्वारा लाडू चढ़ाकर आरती की गई। आचार्य के प्रवचन के पश्चात संगीतमय भक्तांबर मंडल विधान की पूजा उत्साह के साथ संपन्न हुई।
आचार्य सुवीरसागर महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि देव, शास्त्र व गुरु का सानिध्य पुण्य शाली जीवों को ही मिलता है। ये ही तीनों मोक्ष मार्ग के सच्चे उत्प्रेरक हैं। जिनेन्द्र भगवान की वाणी पर सच्चा श्रद्धान रखना ही सम्यग्दर्शन का मूल है। मुनि सेवा ट्रस्ट के सचिव पंकज जैन महल ने बताया कि भगवान की शांतिधारा महेश जैन द्वारा की गई। निर्वाण लाडू रमेशचंद सेठी परिवार द्वारा अर्पित किया गया। आचार्य महाराज के पाद प्रक्षालन एवं विधान उद्घाटन का अवसर विजय कुमार विनीत कुमार सेठी को मिला। भक्तामर मंडल विधान में मुख्य पात्र संयोगिता विपिन जैन, रेखा महेश जैन, स्मिता रितेश बजाज, मीना नरेंद्र जैन के श्रद्धालुओं ने 48 अघ्र्य समर्पित किए। विधान पर मंगल दीप की स्थापना सुरेशचंद जैन (इंजी) एवम जिनवाणी विराजमान जसवंती कैलाशचंद परिवार द्वारा की गई। अरुण कुसुम हरसोला द्वारा आदिनाथ भगवान को वेदी में विराजमान कर चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन की मांगलिक क्रिया को पूर्ण किया। कार्यक्रम में पंकज जैन संगीतकार के सुमधुर भजनों पर समाजजन झूमते रहे। प्रवचन माला में दिलीप पहाडिय़ा, अविनाश जैन, वीरेंद्र जैन, सुनील जैन, चिन्तामण जैन, वर्षा सेठी, राशि-रश्मि बडज़ात्या, निखलेश जैन, अर्पित जैन, सचिन छाबड़ा, अतुल जैन आदि समाजजन उपस्थित थे।
माघ कृष्ण पक्ष की चौदस के दिन शहर के समस्त दिगंबर जैन मंदिरों में भगवान आदिनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस मनाया गया। घासपुरा महावीर जैन मंदिर में द्वितीय तल पर स्थित शिखर की रचना में विराजमान भगवान आदिनाथ की रत्न जडि़त प्रतिमा का प्रात: पूजन व अभिषेक कर शांतिधारा कर लाडू चढ़ाकर महाआरती की गई। शांतिधारा करने का सौभाग्य जितेन्द्र सुरेश लुहाडिय़ा परिवार को प्राप्त हुआ। वहीं भगवान को लाडू चढ़ाने का सौभाग्य टीकमचंद बडज़ात्या परिवार को प्राप्त हुआ। दोपहर में घासपुरा महावीर जैन मंदिर महिला मंडल द्वारा भक्ताबंर पाठ करते हुए 48 दीप जलाकर भगवान आदिनाथ की आरती कर बादाम का अघ्र्य चढ़ाया गया।
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