बालिकाएं करीब एक साल से अतिथि शिक्षक वर्ग 1 आरोपी धनराम पिता आशाराम लौवंशी (50) की हरकतों से परेशान थी। वह कक्षा में बालिकाओं को बुरी नियत से छू रहा था। उसकी हरकतों से परेशान छात्राओं ने करीब एक माह पहले प्राचार्य को भी बताया था, लेकिन प्राचार्य ने मामला दबा दिया। इससे आरोपी शिक्षक धनराम का हौसला और बढ़ गया। इसके बाद वह रोज ही बालिकाओं को बैड टच कर रहा था। शनिवार को भी छात्राओं के साथ उसने यही हरकत की। इससे छात्राओं के सब्र का बांध टूट गया, उन्होंने अपने स्वजनों को शिकायत की। इसके बाद परिवार के लोग स्कूल पहुंचे लेकिन उनके आने के पहले ही शिक्षक वहां से भाग गया। उसे हटाने की मांग करते हुए खालवा थाने पहुंच गए। यहां थाने में उसकी शिकायत की।
शिक्षक को सेवा से प्रथक किया
परिजन थाने में शिक्षक को स्कूल से हटाने की मांग पर अड़ गए, उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षक को नहीं हटाया जाता वे यहां से नहीं जाएंगे। इस बारे में जानकारी मिलते ही जनजाति कार्य विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त विवेक पांडे और ब्लॉक अधिकारी नीरज पाराशर खालवा थाने पहुंचे। यहां थाने में शिक्षक लौवंशी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की और खालवा पुलिस को सौंप दिया। पांडे ने बताया कि प्राचार्य के प्रतिवेदन पर शिक्षक को सेवा से प्रथक कर दिया है।
तीन घंटे महिला का अधिकारी का इंतजार
खालवा थाने में महिला अधिकारी नहीं हैं। ऐसे में महिला व बालिका संबंधी गंभीर मामले में फरियादी को परेशान होना पड़ रहा है। छात्राओं के इस मामले में भी तीन घंटे बाद शाम करीब सात बजे हरसूद थाने से महिला अधिकारी खालवा थाने पहुंची। बालिकाओं ने उन्हें घटना बताई। इसके बाद उनके बयान दर्ज कर आरोपी शिक्षक लौवंशी पर कार्रवाई की जा सकी। बालिकाओं के बयान के आधार पर आरोपी शिक्षक धनराम लौवंशी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 पास्को एक्ट व एट्रोसिटी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। राजकुमार राठौर, थाना प्रभारी, खालवा