जल्दबाजी में लिया निर्णय बीड़ शटल ट्रेन को वाया मथेला से सनावद के बीच चलाने के निर्णय को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले एक सप्ताह से सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल दिल्ली में डटे हुए थे। खंडवा से सनावद तक ट्रेन चलाने का लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व रेलवे के अधिकारियों से मिले। बताया जाता है कि उनके दबाव के चलते रेलवे ने सनावद तक ट्रेन चलाने की मंजूरी दे दी है।
ट्रेन चलने का समय ट्रेन संख्या 05686 बीड़ स्टेशन से सुबह 9.30 बजे रवाना होकर,9.45 बजे खेगांव,10.00बजे तलवाड़िया, 10.10 बजे मथेला स्टेशन, 10.20 बजे खंडवा बायपास केबिन स्टेशन होकर अजंटी, अत्तर, निमाड़खेड़ी से 11.50 बजे सनावद पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन संख्या 05685 सनावद से दोपहर 12.15 बजे निकलकर 13.40 बजे खंडवा बायपास केबिन स्टेशन, 13.50 बजे मथेला, 14.00 बजे तलवाड़िया, 14.15 बजे खैगांव और 14.35 बजे बीड़ स्टेशन पहुंचेगी।
यह काम अभी बाकी है खंडवा स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग सिंगलिंग, इंटरलॉक का कार्य ,पैनल बिल्डिंग में शिफ्टिंग का कार्य अभी नहीं हो सका है। सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने बताया कि रेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि सेकंड फेस में यह काम होना है। आगामी महीनों में यह काम पूरा होने के बाद खंडवा स्टेशन से सनावद के लिए सीधी ट्रेन चलाई जाएगी।
घट गया बीड़ शटल का फेरा खंडवा से बीड़ शटल के तीन फेरे हैं। अब इसे वाया मथेला होते हुए सनावद तक चलाया जाना है। इससे बीड़ शटल का एक फेरा कम हो जाएगा। केवल दो बार ही ट्रेन खंडवा से बीड़ के बीच चल सकेगी। इससे बीड़ के यात्रियों की परेशानी बढ़ सकती है।
बायपास केबिन, अहमदपुर खैगांव के पास बना हुआ है। यहां ट्रेन का स्टाप दिया गया है। लेकिन यहां टिकिट घर नहीं है, ना ही यात्रियों के लिए किसी तरह की सुविधा। बायपास केबिन पर ट्रेन का पहले से स्टापेज तय नहीं था, इसलिए यहां टिकिट रूम नहीं बनाया गया। लेकिन अब यहां स्टापेज देने से रेलवे को सभी तरह की सुविधाएं जुटाना होगी। अंजटी, अत्तर, निमाड़खेड़ी और सनावद स्टेशन पर टिकिट को लेकर ना तो स्टाफ है और ना ही किसी तरह की सुविधा है। यूटीएस बुकिंग के लिए एसएंडटी कनेक्टिविटी, इलेक्ट्रिकल कनेक्शन नहीं है।
फैक्ट फाइल
2014 में स्वीकृत हुआ था ब्राडगैज प्रोजेक्ट 2017 में बंद की थी मीटरगेज इंदौर-खंडवा-अकोला लाइन 1400 करोड़ थी पहले प्रोजेक्ट लागत, अब 5 हजार करोड़ हुई 472 किमी कुल दूरी है रतलाम, इंदौर, खंडवा, अकोला तक 55 किमी सनावद से खंडवा के बीच हो चुका है काम पूरा