संगठन पर्व के तहत पिछले माह बूथ अध्यक्षों और समितियों का गठन हुआ था। जिले में 1066 बूथ अध्यक्ष बनाए गए है। बूथ अध्यक्ष और समितियों के गठन में खंडवा विधानसभा सबसे ज्यादा पिछड़ा था। अंतिम दौर में जिला चुनाव प्रभारी की नसीहत पर आनन-फानन में बूथ अध्यक्षों की नियुक्ति हुई थी। खंडवा विस में बूथ अध्यक्ष चयन में देरी का कारण यहां माननीयों का हस्तक्षेप रहा था। सांसद, विधायक, महापौर सहित पूर्व जिलाध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों के गुटों ने बूथ अध्यक्षों के लिए अपने-अपने समर्थकों को लाने का प्रयास किया था। यहां तक कि पार्षद भी अपने-अपने वार्ड में अपने समर्थकों के लिए आगे आए थे।
खंडवा विधानसभा में चार मंडल है, जिसमें दो ग्रामीण और दो शहर में है। शहर में एक नया मंडल पं. दीनदयाल उपाध्याय मंडल बनाने का प्रस्ताव भी जिला संगठन द्वारा भेजा गया है, जिस पर सोमवार को बैठक में खुलासा होगा। दो मंडलों के लिए एक दर्जन से ज्यादा दावेदार सामने आ रहे है। सूत्रों के मुताबिक भरत पटेल, स्नेह पाराशर, प्रशांत मिश्रा, गब्बर वर्मा, बलदेव मौर्य, जयदीप चौरे, प्रियांशु चौरे, दीपसिंह झाला सहित कई अन्य अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि पार्टी संगठन ने इस बार मंडल अध्यक्षों के लिए आयु सीमा 45 वर्ष तक और अन्य कई शर्तें भी गाइड लाइन में जोड़ी है। इस बार महिलाओं को भी मंडल अध्यक्ष बनाया जाना है, लेकिन अब तक किसी भी महिला नेत्री का नाम सामने नहीं आया है।