मप्र राज्य के गठन के साथ ही खंडवा विधानसभा कांग्रेस का गढ़ रही थी। 1977 में जनता पार्टी की लहर में यहां गोविंद प्रसाद गीते ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1980 में फिर कांग्रेस की वापसी हुई और गंगाचरण मिश्रा ने भाजपा के पूरणमल शर्मा को मात दी थी। इसके बाद 1985 में कांग्रेस की नंदा मंडलोई ने भाजपा के हुकुमचंद यादव को हराया था। इस चुनाव के बाद कभी भी कांग्रेस को यहां से जीत नहीं मिली। 1985 की हार का बदला लेते हुए भाजपा के हुकुमचंद यादव ने 1990 में कांग्रेस की नंदा मंडलोई को मात दी थी। 1985 में नंदा मंडलोई का 61 प्रतिशत और हुकुमचंद यादव को 28 प्रतिशत मत मिले थे। जबकि 1990 में कांग्रेस का मत प्रतिशत 36 प्रतिशत रह गया। यादव को 54 प्रतिशत मत मिले थे।
चुनाव परिणाम
वर्ष उम्मीदवार परिणाम प्राप्त मत प्रतिशत अंतर
– 1977 गोविंदप्रसाद गीते जनता पार्टी विजेता 21084 54% 3843
– नंदा मंडलोई कांग्रेस मात 17241 44%
– 1980 गंगाचरण मिश्रा कांग्रेस विजेता 24046 58% 9128
– पूरणमल शर्मा भाजपा मात 14918 36%
– 1985 नंदा मंडलोई कांग्रेस विजेता 29996 61% 16185
– हुकुमचंद यादव भाजपा मात 13811 28%
– 1990 हुकुमचंद यादव भाजपा विजेता 32609 54% 11863
– नंदा मंडलोई कांग्रेस मात 20746 35%
– 1993 पूरणमल शर्मा भाजपा विजेता 40727 53% 7191
– वीरेंद्र मिश्रा कांग्रेस मात 33536 44%
– 1998 हुकुमचंद यादव भाजपा विजेता 31890 44% 71
– अवधेश सिसौदिया कांग्रेस मात 31819 44%
– 2003 हुकुमचंद यादव भाजपा विजेता 61925 60% 24682
– रियाज हुसैन कांग्रेस मात 34705 36%
– 2008 देवेंद्र वर्मा भाजपा विजेता 56479 56% 25868
– दिनेश सोनकर कांग्रेस मात 30611 30%
– 2013 देवेंद्र वर्मा भाजपा विजेता 89074 61% 34071
– मोहन ढाकसे कांग्रेस मात 55003 37%
– 2018 देवेंद्र वर्मा भाजपा विजेता 77123 45% 19137
– कुंदन मालवीय कांग्रेस मात 57986 34%