राजकुमार हिरानी को याद आया 37 साल पुराना किस्सा
पुरस्कार समारोह में खंडवा पहुंचे राजकुमार हिरानी को इस अवसर पर वो दिन भी याद आया जब मुंबई स्थित किशोर कुमार के घर के बाहर खड़े वे उनके अंतिम दर्शन को तरसते रह गए, लेकिन किसी ने उन्हें उनके पास नहीं जाने दिया। इस किस्से को याद करते हुए हिरानी कहते हैं कि ’37 साल पहले मैं किशोर दा के मुंबई वाले बंगले के सामने खड़ा था कि एक बार अंतिम दर्शन हो जाएं। जब मुझे किसी ने अंदर जाने नहीं दिया। लेकिन, आज ऐसा लग रहा है कि किशोर दा ने मुझे आज अपने असली घर में बुला लिया है।स्क्रिप्ट राइटिंग के समय खुद को कमरे में बंद कर लेते हैं हिरानी
स्क्रिप्ट राइटिंग के समय राजकुमार हिरानी खुद को कमरे में बंद कर बाहरी दुनिया से पूरी तरह से कट जाते हैं। वे कोशिश करते हैं कि इस दौरान न किसी से मोबाइल पर बात करें और न ही कोई उन्हें डिस्टर्ब करे। उन्हें करीब से जानने वाले बताते हैं कि स्क्रिप्ट राइटिंग के समय फ्लो में बने रहने के लिए वे ऐसा करते हैं।अगले 100 साल तक सुने और गाए जाएंगे किशोर दा के गीत
किशोर कुमार हिरानी (Rajkumar Hirani)सम्मान समारोह में पहुंचे राजकुमार हिरानी ने मंच से कहा कि ‘आज का दिन है कि उनके मुंबई वाले घर ना जा पाने वाला शख्स आज उनकी जन्मस्थली खंडवा में उन्हीं के कार्यक्रम में सम्मान पा रहा है। कलाकार, एक्टर और निर्देशक कई आते हैं और इस दुनिया से चले जाते हैं। लेकिन गीत हमेशा जीवंत रहते हैं। किशोर दा की जादुई आवाज आजकल ही नहीं बल्कि सदियों से हर घर में गूंजी है और सदियों तक गूंजती रहेगी।किशोर दा कहते थे, किसी दिन खंडवा जाऊंगा- राजकुमार हिरानी
खंडवा (Khandwa) में पहुंचे निर्माता निर्देशक राजकुमार हिरानी ने कहा, ‘बड़ी इच्छा थी कि किसी दिन खंडवा जाऊं, क्योंकि कहीं पढ़ा था और सुना भी था कि किशोर दा बरसों तक मुंबई में रहने के बाद भी हमेशा यही कहते थे कि किसी दिन वापस खंडवा जाऊंगा, दूध जलेबी खाऊंगा और फिर से वहीं बस जाऊंगा।’ हिरानी ने कहा कि ये सब सुनकर पढ़कर मैं भी यही जानना चाहता था कि कैसी भूमि है ये खंडवा जहां ऐसा आर्टिस्ट पैदा हुआ?किशोर कुमार की समाधि पर चढ़ाए फूल, अर्पित की दूध-जलेबी
किशोर दा की पुण्यतिथि के इस अवसर पर उनकी समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे राजकुमार हिरानी ने फूलों के साथ ही किशोर दा की फेवरेट दूध-जलेबी भी उन्हें अर्पित की।भोपाल में हुआ था पहला कार्यक्रम
बताते चलें कि राष्ट्रीय किशोर कुमार अलंकरण(National Kishore Kumar Award) सकी शुरुआत 1997-98 में की गई थी। इस सम्मान के लिए आयोजित पहले कार्यक्रम का आगाज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से किया गया था। लेकिन बाद में किशोर के फैंस की मांग पर इस कार्यक्रम को किशोर कुमार की जन्मस्थली खंडवा में किया जाने लगा। वर्ष 2003-04 में पहली बार खंडवा में आयोजित हुआ किशोर कुमार सम्मान समारोह हर साल खंडवा में ही आयोजित किया जाता है।भोपाल में की थी संजू की शूटिंग
राजकुमार हिरानी ने मेगा हिट हुई मुन्नाभाई एमबीबीएस, लगे रहो मुन्ना भाई, 3 इडियट्स, पीके और संजू मूवी लिखीं और उनका निर्देशन भी किया। बता दें कि रणबीर कपूर स्टारर संजू मूवी की शूटिंग राजधानी भोपाल में भी की गई थी। वहीं डंकी मूवी को राजकुमार हिरानी ने जबलपुर के भेड़ाघाट की खूबसूरत लोकेशन पर शूट किया है।जनजातीय कार्य मंत्री ने सुनाया किस्सा
इस दौरान जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने कहा कि किशोर दा ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने कला को कभी गिरवी नहीं रखा। उन्होंने एक राजनीतिक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार एक नेता के बेटे ने अपने जन्मदिन पर संगीत कार्यक्रम के लिए किशोर दा को निमंत्रण भेजा, लेकिन किशोर दा ने उस कार्यक्रम में जाने से साफ इनकार कर दिया।उन्होंने अपने स्वाभिमान और कला को गिरवी रखना उचित नहीं समझा। जबकि वो जानते थे कि इसका परिणाम भी उन्हें भुगतना पड़ेगा। उनके इस इनकार के बाद किशोर दा के गीतों को दूरदर्शन और आकाशवाणी जैसे उस दौर के बेहतरीन कार्यक्रमों में प्रसारित करना ही बंद कर दिया गया।