यह विवाह संस्कार पंडित अशोक महाराज द्वारा करवाया गया, जिसमें वरमाला, सात फेरे, सिंदूर, और मंगलसूत्र जैसी रस्मों का विशेष आयोजन किया गया। इटालियन भाषा में विवाह की रस्में समझाई गई। विदेशी जोड़े ने विवाह की भारतीय परंपराओं को आत्मसात करते हुए सात फेरे लिए और एक-दूसरे को सात वचनों का वचन दिया। वर ने वधु की मांग में सिंदूर भरा और मंगलसूत्र पहनाया। विवाह के बाद नवविवाहित जोड़े ने बघराजन माता से आशीर्वाद लिया और अपने नए जीवन की शुरुआत की।
भारतीय संस्कृति से गहरा लगाव
विवाह समारोह के बाद विनचेंजो और नादिया ने बताया कि वे पहले से ही रिलेशनशिप में थे, लेकिन भारतीय संस्कृति के प्रति गहरे लगाव के कारण उन्होंने विवाह के लिए खजुराहो का चयन किया।