मृतक कृष्ण कुमार जो बिलासपुर जिले के सीपत के पास का रहने वाला है। उसकी पिछले एक साल से सीईओ की सुरक्षा में लगा था। गुरुवार की सुबह कामवाली बाई ने उसके कमरे का दरवाजा खोला तो खून से लथपथ शव देखा, जिसके बाद दूसरे लोगों को इसकी जानकारी दी। पुलिस की टीम पहुंची। वहीं दोपहर करीब 12 बजे दुर्ग की फ ॉरेंसिक की टीम भी पहुंची और जांच पड़ताल की। पुलिस ने बताया कि एके 47 से दो राउंड फ ायर हुआ है, जिसमें एक गोली सीधे दरवाजे पर लगी है। वहीं दूसरी गोली सर को भेदते हुए दरवाजे पर ही लगी। सिरहाना खून से रंग गया था। शायद बिस्तर पर लेटे-लेटे ही खुद को गोली मारी है। घटना देर रात की हो सकती है।
एडिशनल एसपी प्रोविजनल आईपीएस विकास कुमार ने बताया कि मौके पर सुसाइडल नोट मिला है, जिसमें उसने पर्सनल कारण से आत्महत्या करना स्वीकार किया है। अपने इस निर्णय को लेकर परिवार वालों से माफ ी भी मांगी है। किसी पर दोषारोपण करने वाली बात नहीं लिखी गई है। प्रेम-प्रसंग से जुड़ा मामला तो नहीं है। क्या कोई प्रताड़ना से जुड़ा मामला है। पुलिस हर एक बिन्दु पर जांच कर रही है। जो भी तथ्य सामने आएगा उसके हिसाब से जांच की दिशा आगे बढ़ती जाएगी। फिलहाल पीएम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया।
बढ़ते जा रहे प्रकरण युवाओं में मानसिक तनाव बढ़ता ही जा रहा है, जिसके चलते ही वह अपनी जीवन लीला समाप्त करने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। बीते वर्ष में ही कबीरधाम जिले में 135 लोगाें ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने कर ली, जबकि यदि 10 वर्ष का आंकड़ा देखे तो केवल मानसिक तनाव के चलते ही 1064 लोगों की जान चली गई। यह बेहद चिंतनीय विषय है, क्योंकि इस आंकड़े में सबसे अधिक युवा वर्ग ही है।
घर में ही खा ली दवाई वहीं जिले के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बोड़ला में पदस्थ सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी रवि कुमार क्षत्रिय(35) ने जहर खाकर अपनी जान दे दी। आत्महत्या की वजह साफ नहीं हो सकी है, लेकिन करीबियों का कहना है कि पारिवारिक कारणों के चलते उन्होंने जहर सेवन कर आत्महत्या की है। बुधवार को दिन में वह ऑफिस गए, लेकिन इस दौरान वह सामान्य थे। करीब 4 बजे ऑफिस से घर चले गए। शाम करीब 6 बजे वह घर से कुछ सामान खरीदने क लिए निकले। वापस आने के बाद एक से डेढ़ घंटे बाद उनकी तबियत बिगड़ने लगी। इस दौरान उक्त एरिया में लाइन बंद था। एंबुलेंस पहुंचा और उपचार के लिए बोड़ला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया। तबीयत ज्यादा खराब हुई तो जिला अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। वह बीते 6-7 वर्ष से बोड़ला में ही पदस्थ हैं। पिता के अलावा पत्नी और तीन बच्चे हैं। बोड़ला थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर विवेचना कर रही है। शव का पीएम कर परिजनों को सौंपा गया।
पारिवारिक तनाव मुख्य कारण जान देने का मुख्य कारण डिप्रेशन मतलब मानसिक तनाव है। चाहे वह पारिवारिक हो, काम का बोझ या फिर किसी अन्य तरह का तनाव। मुख्य रूप से व्यक्ति पारिवारिक रुप से अधिक परेशान रहते हैं। साथ ही किसी तरह से कर्ज लिया हो, या फिर लंबे समय से किसी बीमारी से परेशान हो सहित प्रेम प्रसंग भी इस मामले में बढ़ते जा रहे हैं। मानसिक तनाव से दूर रहने को लेकर डॉक्टर्स् सबसे अच्छा उपाय परिवार व दोस्तों के साथ घुल-मिलकर रहने की सलाह देते हैं। साथ ही योग, ध्यान, व्यायाम, घूमने-फिरने से भी तनाव कम होता है।