आईवीएफ के जरिए बच्चे को दिया था जन्म
मामला कौशांबी के सराय अकील थाना का है। यहां के अविनाश की शादी 14 साल पहले सविता से हुई थी। शादी के इतने साल बाद भी दोनों के संतान नहीं हुए। ऐसे में पति-पत्नी ने आईवीएफ यानी इन विट्रो फर्टिलाइजेशन और टेस्ट ट्यूब बेबी के जरिए बच्चे को दुनिया में लाने की प्लानिंग की। प्रयागराज के अस्पताल में 15 लाख खर्च कर आईवीएफ के जरिए सविता मां बनी।
अपनी डेढ़ महीने की बेटी को लेकर सविता मायके आकर रहने लगी। सविता ने बताया वह रात में खाना खाने के बाद बेटी को साथ लेकर सो रही थ। करीब एक बजे रात उसकी आंख खुली तो बच्ची लापता थी। घरवालों ने खोजबबीन की, लेकिन पता नहीं चला। इस पर घरवालों ने पुलिस को सूचना दी।
पानी की टंकी में शव छिपाया
पुलिस ने घंटों तलाश के बाद मासूम का शव छत पर रखे पानी की टंकी से बरामद किया। जांच में तो पता चला कि मां सविता ने बेटी को पानी की टंकी में छुपाया था। पूछताछ में सविता ने बताया कि बेटी को दूध पिला रही थी, तभी दूध बच्ची के श्वास नली में चला गया। इससे उसकी मौत हो गई। ससुरालियों की डर से बेटी के शव को घर की पानी की टंकी में छुपा दिया।
ससुराल वालों की डर से रची झूठी कहानी
मासूम की मौत से खौफ में आई मां सविता ने पुलिस से बचने के लिए बच्ची के झूठे अपहरण की कहानी रची। पुलिस की कड़ाई से पूछताछ में आरोपी मां टूट गई और सच्चाई बता डाली। पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी मां के खिलाफ गैर इरादतन हत्या और सबूत छुपाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मां को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।