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कटनी

महिलाओं ने छोड़ी मजदूरी, स्वरोजगार की ओर बढ़ाया कदम, मशरूम की खेती से कमा रहीं हजारों रुपये

महिलाएं भी अब स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा रही हैं। आर्थिक कंगाली को दूर करने और समाज में नया संदेश देने के लिए कई महिलाओं के कदम आगे बढऩे लगे हैं। औद्योगिक नगरी कैमोर पन्हाई में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए शारदा महिला बचत साख समूह ने अनूठी पहल शुरू की है।

कटनीJan 27, 2020 / 11:34 am

balmeek pandey

Women started mushroom cultivation in Panhai village

Women started mushroom cultivation in Panhai village

कटनी. महिलाएं भी अब स्वरोजगार की ओर कदम बढ़ा रही हैं। आर्थिक कंगाली को दूर करने और समाज में नया संदेश देने के लिए कई महिलाओं के कदम आगे बढऩे लगे हैं। औद्योगिक नगरी कैमोर पन्हाई में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देते हुए शारदा महिला बचत साख समूह ने अनूठी पहल शुरू की है। समूह द्वारा महिलाओं को स्वरोजगार एवं स्वालंबी बनाने के लिए समूह की महिलाओं ने मशरूम की खेती करने की जिज्ञासा मन में ठानी। समूह की अध्यक्ष लक्ष्मी बर्मन, सचिव सुनीता बर्मन ने बताया कि जबलपुर कृषि विशेषज्ञों की टीम की मदद से 1500 वर्ग फीट के बंद कमरे में मशरूम की खेती शुरू की है। मशरूम उत्पादन के लिए प्लांट लगाया है। खेती उत्पादन के लिए गहूं की भूसी एवं कीटाणु रहित तरल पदार्थ कीटनाशक दवाई का मिश्रण कर कुछ महज मशरूम के दाने को एक पॉलीथि उक्त थैले के आकार में मिश्रण कर रखा। इसे लकड़ी एवं रस्सी की सहायता से बढ़ाकर निम्न तापमान में लटकाया। कम तापमान वाले कमरे मे रखते हुए साफ-सफाई का विशेष ध्यान मशरूम तैयार की जा रही है।

 

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मिल रही अच्छी कीमत
अध्यक्ष ने बताया कि लगभग 40 से 45 दिनों में मशरूम के उत्पादन के पश्चात काटने योग्य हो जाने पर इसे हम आसानी से हाथ से तोड़ लेते हैं। अच्छी कीमत में स्थानीय क्षेत्र में दे रहे हैं। साथ ही अन्य जिलों राज्यो में भेजने की तैयारी है। समूह के सदस्यों ने बताया कि यह एक अच्छे किस्म का खाध पदार्थ है। मेडिकल की दृष्टि से यह बहुमूल्य औषधि के रूप में काम करती है। इसके सेवन मात्र से अनेकों बीमारियां आसानी से ठीक हो जाती हैं। इसमें एंटीबायोटिक तत्वों की मौजूदगी होने से जीवाणुओं की रक्षा एवं एंटीवायरल तत्व शरीर मे वायरल बुखार से बचाते हैं। इसमें फोलिक एसिड पाया जाता है जो महिलाओं के लिये लाभकारी है।

 

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मेहनत को मिल रही सफलता
सचिव ने बताया कि इसके सेवन से प्रोटीन के रूप मे विटामिन बी-12 की आवश्यकता दैनिक रूप मे पूर्ण होती है। यह ह्रदयघात जैसी विमारियों से हमे बचाता है। खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढऩे नही देता। इस प्रकार मशरूम के द्वारा विभिन्न उदाहरण बताए। साथ ही बताया खेती के पश्चात थैली मैं मिश्रण पदार्थ जैविक खाद के रूप में उपयोगी है। प्लांट में उत्पादन के लिए अध्यक्ष लक्ष्मी बर्मन, सचिव सुनीता बर्मन सहित सदस्य रजनी बर्मन, चंद्र बर्मन, संगीता बर्मन, प्रिया बर्मन, सुनीता, चाहत, दीपा आदि ने समिति बनाकर इस कार्य को अंजाम दे रही हैं। महिलाओं मानना है कि मेहनत से सफलता मिल रही है। महिलाओं ने कहा कि वे अन्य ग्रुप की महिलाओं को सशक्त करने पहल करेंगी।

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