बिजली बिल से होगी कचरा डिस्पोज करने की गणना, दो माह का अल्टीमेट
फाइव स्टार रेटिंग और ओडीएफ प्लस पर फोकस
स्वच्छता सर्वेक्षण की गाइडलाइंस के अनुसार, शहर को जीएफसी 5 स्टार और ओडीएफ प्लस प्लस का दर्जा दिलाने पर जोर दिया जा रहा है। इस प्रक्रिया में चेकलिस्ट के आधार पर निम्न बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। वार्डों में सुबह-सुबह निरीक्षण, कचरा संग्रहण और पृथकीकरण की निगरानी, नाले-नालियों और बैकलेन की सफाई, सौंदर्यीकरण और आधारभूत स्वच्छता का सुधार शामिल है।
विशेष गठित दल द्वारा शहर के सभी वार्डों का भ्रमण कर सफाई व्यवस्थाओं की स्थिति का आंकलन किया जा रहा है। नियमित रूप से गाद और कचरे को हटाने का काम हो रहा है। सभी वाहनों से पृथकीकृत कचरा संग्रहण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। सार्वजनिक स्थानों, पार्कों और सडक़ों पर सौंदर्यीकरण का कार्य भी जारी है।
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यह दल कर रहा निगरानी
स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों के लिए स्वच्छता पर जमीनी स्तर में कार्य किए जाने एवं संपूर्ण गतिविधियो, कार्यों की मॉनिटरिंग करते हुए नगर को स्वच्छता में उच्च पायदान पर लाने के लिए नगर निगम आयुक्त ने सेक्टर अधिकारी के मार्गदर्शन व निर्देशन में एक विशेष दल का गठन किया है। इस दल में संपूर्ण अभियान की मॉनीटरिंग सुधीर मिश्रा प्रभारी कार्यपालन यंत्री प्रभारी अधिकारी, आदेश जैन प्र. सहायक यंत्री नोडल अधिकारी स्वच्छ भारत मिशन, संजय सोनी प्र.स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा की जा रही है। दल सुबह 7 से 08.30 बजे तक निर्धारित कर सभी को चेक लिस्ट अनुसार निरीक्षण कर प्रतिवेदन 7 दिवस के अंदर सेक्टर अधिकारी के माध्यम से नोडल अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन को सौंपेंगे। टीम के वार्ड में भ्रमण में ना करते पाए जाने पर अनुशासनहीनता मानते हुए संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। सर्वेक्षण के साथ हमेशा के लिए शहर को साफ-सुथरा रखने की व्यवस्था दी जा रही है। नागरिकों से भी कचरे का पृथकीकरण करें और सफाई व्यवस्था में सहयोग करने कहा गया है। स्वच्छता सर्वेक्षण ें नागरिकों की भागीदारी अहम होगी।
नीलेश दुबे, आयुक्त, नगर निगम