जगह-जगह टूटी नहर, हर दिन लाखों गैलन व्यर्थ बह रहा पानी, है गंभीर समस्या
हर दिन निकल रहा 125 टन कचरा
कंपनी द्वारा शहर से हर दिन 125 टन कचरे का उठाव करना बता रही है, जो पूरी तरह से सही नहीं है। अनुबंध के अनुसार 2021 तक अधिकतम 65 टन कचरा निकलना प्रस्तावित किया गया था, लेकिन 2024 में लगभग दो गुना हो गया है, जो किसी के गले नहीं उतर रहा। हैरानी की बात तो यह है कि नगर निगम द्वारा कभी भी क्रॉस चेक नहीं कराया जा रहा। इस काम की निगरानी के लिए हर माह लाखों रुपए लेने वाली स्वतंत्र एजेंसी भी ठीक से निगरानी नहीं कर रही।
बंद पड़ा है इंसीनेटर
एमएसडब्ल्यू द्वारा शहर में मरने वाले मवेशियों को भी डिस्पोज किया जा रहा है, लेकिन कई दिनों से इंसीनेटर खराब होने के कारण मशीन काम नहीं कर रही। इस पर आयुक्त ने उसे 15 दिवस में ठीक कराने कहा है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कंपनी खामियों को छिपाने के लिए मृत मवेशियों को डिस्पोज के नाम पर कचरे के ढेर में दफना रही है। कई दिनों से मनमानी जारी है, इसके बाद भी नगर निगम के अफसर व जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे।
प्लांट का औचक निरीक्षण किया गया है। कई खामियां पाई गई हैं। कंपनी को अब समय पर भुगतान होगा, लेकिन प्रबंधन को अनुबंध शर्तों के अनुसार हर हाल में काम करना होगा। प्लांट में लगे कचरे के ढेर को खत्म करने के लिए दो माह की समय-सीमा निर्धारित की गई है। 15 दिन में इंसीनेटर ठीक कराने कहा गया है। कचरे को भी क्रॉस चेक कराया जाएगा।
नीलेश दुबे, आयुक्त नगर निगम।