पुलिस ने धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की। प्रकरण की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया। आरोपियों की पहचान एवं पूछताछ जांच के दौरान पुलिस ने बाल मुकुंद उर्फ मोनू सोनी और आयुष सोनी को संदिग्ध पाया। जब फूलचंद भूमिया अपने खेत की तरफ जा रहा था तो इन दोनों ने उसका रास्ता रोक लिया और मोनू सोनी ने फूलचंद भूमिया से कहा कि तुमने सोनू भैया के खिलाफ एससी-एसटी का केस लगाया है, उसमें समझौता कर ले और इसके बदले रुपए ले ले, तो फूलचंद बोला 3000 दे दो तो मोनू ने कहा कि मैं 5000 दे दूंगा, लेकिन पास में बैठे आयुष ने बोला की एक और दे दो, इस बात को लेकर फूलचंद नाराज हो गया और बोला कि मेरे को गरीब आदिवासी समझ के रखा है, क्या जो मुझे इस प्रकार सौदा कर रहे हो और उसके बाद गाली गलौज करते हुए फूलचंद भूमिया अपने खेत की तरफ चला गया। आयुष सोनी एवं मोनू को यह बात नागवार गुजरी।
बदला लेने दूसरे रास्ते से उसका पीछा करते हुए खेत की रखवाली करते हुए आम के पेड़ के पास खड़ा मिल गया। फिर आयुष सोनी एवं मोनू सोनी बोले हाथापाई की, जिसमें आयुष सोनी द्वारा मृतक भूमिया के नाक पर एवं मुंह पर घूंसा मारा गया, जिससे मृतक के नाक से खून निकलने लगा और वह लडखड़़ाने लगा। इसके बाद दोनों ने उसके साथ और मारपीट की और गड्ढे में धकेल दिया, जिससे मृतक गड्ढे में गिर गया गड्ढे में गिरने के बाद मोनू और आयुष ने बारी-बारी करके उसकी छाती पर पैरों से वार किया जिसके कारण उसकी हड्डी टूट गई पसलियां टूट गई और उसे फिर वही छोडकऱ अपने घर चले गए। आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने घटना की पूरी सच्चाई बताई। इस मामले में बालकृष्ण उर्फ मोनू सोनी (31) व आयुष सोनी (23) निवासी ग्राम गुदरी थाना स्लीमनाबाद को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कार्रवाई के उपरांत उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां उन्हें जेल भेज दिया गया है।