शिक्षक कर रहे अनुशरण
आशीष बडग़ैंया ने कहा कि पांच साल से अतिथि शिक्षक हैं। हमेशा शिक्षक मंगलदीन ने अपना समय बच्चों को दिया। इनकी लगन से स्कूल के अन्य शिक्षक अनुशरण करते हैं और बच्चे अच्छे से पढ़ते हैं। बच्चे दुखी हैं। बच्चे कह रहे हैं कि पटेल सर के जाने से स्कूल में मन नहीं लग रहा। राज्यपाल और कलेक्टर, ग्रामीण सम्मानित कर चुके हैं। खेमराज ने कहा कि शिक्षक सिर्फ बच्चों के भविष्य निर्माता ही नहीं होते बल्कि अच्छे शिक्षक बच्चों के लिए माता-पिता और दोस्त से भी कम नहीं होते। जिनसे बच्चे बिछड़ते हैं तो कुछ ऐसा ही नजारा सामने आता है। हमारी मांग है कि ऐसे शिक्षक को गांव में ही रखा जाए।
आलंपियाड में बच्चों ने किया बेहतर प्रदर्शन
शिक्षक मंगलदीन बच्चों के चहेते सिर्फ और सिर्फ इसलिए बने कि वे विद्यार्थियों की अपने बच्चों की तरह देखभाल करते थे। पढ़ाई में हमेशा बच्चों को क्षेत्र में आगे रखा। 2017-18 में स्कूल के बच्चों का चयन गणित ओलंपियाड में हुआ। स्कूल के 11 बच्चे चयनित हुए थे। इस पर तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने शिक्षक को विशेष रूप से सम्मानित किया था। खास बात यह है कि शिक्षक मंगलदीन बच्चों को बड़े चाव से पढ़ाते हैं, ताकि बच्चे उसे आसानी से अपने दिमाग में बैठा लें और सीख सकें। शिक्षक ने रेखा गणित को कभी भी स्कूल के अंदर नहीं पढ़ाया। ग्राउंड के बाहर धागा, रस्सी, कील लेकर कोण, आयत, वर्ग, चतुर्भुज, घन सहित संपूर्ण रेखा गणित का प्रयोगिक अध्ययन कराते हैं।
इनका कहना है
मैं अपनी स्वेच्छा से तबादला कराया है। गृहग्राम रीवा है। कटनी के कुठला माध्यमिक शाला में स्थानांतरण हुआ है। वहां से मैं अप-डाउन कर सकता हूं। मैं जिस स्कूल में भी रहूंगा वहां भी बच्चों को पूरी इमानदारी से पढ़ाऊंगा।
मंगलदीन पटेल, शिक्षक।
शिक्षक नि:संदेश अच्छे हैं। स्कूल को काफी बेहतर बनाया है। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत तबादला भोपाल से हुआ है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।
बीबी दुबे, जिला शिक्षा अधिकारी।
इनका कहना है
इसमें देखा जाएगा कि शिक्षक का तबादला जिला शिक्षा विभाग व राज्य स्तर पर हुआ है। बच्चों के प्रिय शिक्षक उसी स्कूल में रहें इसके लिए पहल की जाएगी। जिला शिक्षा अधिकारी यदि तबादला निरस्त करने के लिए प्रतिवेदन देते हैं तो जरुर इसपर विचार किया जाएगा।
शशिभूषण सिंह, कलेक्टर।