हर दिन लौट रहे 50 से 60 मरीज-
जिला अस्पताल में सीबीसी मशीन नहीं होने से हर दिन 50 से 60 मरीजों को निराश होकर लौटना पड़ रहा था। निजी अस्पताल व पैथालॉजी केंद्रों में जाकर मरीजों को 200 से 300 रुपये खर्चकर हीमोग्लोबिन, प्लेटलेट और डब्ल्यूबीसी की जांच करानी पड़ रही थी।
पत्रिका ने उठाया था मुद्दा-
जिला अस्पताल में सीबीसी मशीन के खराब होने और मरीजों की परेशानियों को देखते पत्रिका ने प्रमुखता से मुददा उठाया। खबरें प्रकाशित की। जिसके बाद उद्योगपति मनीष घेई आगे आए। कलेक्टर, जिला अस्पताल प्रबंधन से चर्चा कर लाखों रुपये की कीमत वाली मशीन जिला अस्पताल को भेंट की।
-दानदाता ने सीबीसी मशीन पहुंचा दी है। जल्द ही मरीजों को सीबीसी मशीन से होने वाली जांचों की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।
डॉ. एसके शर्मा, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल