कटनी

अजब फर्जीवाड़ा: नोएडा और गुजरात में पैथोलॉजिस्ट, कटनी में डिजिटल साइन से जारी हो रही जांच रिपोर्ट

Blood test reports are being issued with fake signatures

कटनीAug 31, 2024 / 09:29 pm

balmeek pandey

Blood Test

अनट्रेंड युवक-युवतियां अंदाज से तय कर रहे बीमारियां, लोगों की जिंदगी से खुला खिलवाड़, प्रशासन की जांच में खुलासा, कार्रवाई से परहेज

कटनी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित पैथोलॉजी लैब्स के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं, जिनके अनुसार केवल प्रशिक्षित और प्रमाणित पैथोलॉजिस्ट ही ब्लड, यूरिन और अन्य प्रकार की जांच रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा, सभी रिपोर्टों पर डॉक्टर के हस्ताक्षर अनिवार्य हैं, लेकिन शहर में अजब मनमानी जारी है।
हाल ही में प्रशासन द्वारा की गई जांच में दो पैथोलॉजी सेंटर में गजब की मनमानी सामने आई है। दो पैथालॉजिस्ट नोएडा, गुजरात और इंदौर में काम कर रहे हैं, बावजूद इसके शहर में उनके नाम से गंभीर अनियमितता हो रही है। दो कुछ पैथोलॉजी लैब में मरीजों की खून, यूरिन और अन्य जांच रिपोर्टें डिजिटल साइन के जरिए जारी की जा रही हैं, जोकि पूरी तरह से नियमविरुद्ध है, क्योंकि पैथालाजिस्ट की निगरानी में जांच ही नहीं हो रही हैं।
इन पैथालॉजी की हुई जांच
शहर में संचालित होने वाली 8 पैथालॉजी की जांच के लिए तीन टीमें गठित की गईं थीं। 9 अगस्त को गठित टीमों ने अलग-अलग केंद्रों पर पहुंचकर जांच की है। आयुष पैथालॉजी गर्ग चौराहा, बालाजी पैथालॉजी आदर्श कॉलोनी, नेमा पैथालॉजी अहिंसा तिराहा की जांच तहसीलदार अजीत तिवारी, डॉ. समीर सिंघई द्वारा, अदिति पैथालॉजी आजाद चौक, गणेश पैथालॉजी भट्टा मोहल्ला, गुरु पैथालॉजी माधवनगर, नायब तहसीलदार पहाड़ी अतुलेश सिंह व डीएचओ डॉ. राजेश केवट, जालपा मेडिकल चांडक चौक, राधिक पैथालॉजी गर्ग चौराहा की जांच नायब तहसीलदार मझगवां आकाशदीप नामदेव व डॉ. राज सिंह ठाकुर द्वारा की गई है।
जांच में यह भी खुलासा
स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन द्वारा की गई जांच में पाया गया कि कई पैथोलॉजी लैब्स में अनट्रेंड युवक और युवतियां बिना किसी खास योग्यता के मरीजों की जांच कर रहे हैं। ये लोग केवल अंदाजे से बीमारियां तय कर रहे हैं और रिपोर्ट जारी कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ रही है। यह भी पाया गया कि कई मामलों में पैथोलॉजिस्ट या तो लैब में मौजूद नहीं होते हैं, या फिर उनके द्वारा सिर्फ किए हुए हस्ताक्षर होते हैं। हाइ तकनीक की मशीनों का हवाला देकर कर्मचारियों से ही जांच कराई जा रही है।
केस 01
अहिंसा तिराहे में संचालित होने वाली नेमा पैथालॉजी में पैथालॉजिस्ट डॉ. श्रुति एमडी पैथालॉजी का नाम अंकित है, लेकिन जांच के दौरान मौके पर नहीं मिलीं। बताया जा रहा है कि ये गुजरात में हैं। हालांकि पैथालॉजी संचालक आर नेमा का कहना है कि अधिकारियों ने गलत जानकारी दी है। हमारे सेंटर में पैथालॉजिस्ट हैं।
केस 02
आयुष पैथालॉजी गर्ग चौराहा में भी गंभीर मनमानी सामने आई है। पैथॉलाजिस्ट यहां पर नहीं हैं। नोयडा या अन्य शहर में होना बताया गया है। जबकि डिजिटल साइन से जांच रिपोर्ट जारी हो रहीं हैं। यहां पर काम संचालक संजय तिवारी द्वारा देखा जा रहा है। जांच के दौरान इस सेंटर में भी अनियमितता अधिकारियों को मिली है।
आउटसोर्स का जिन्न: सात दिन बाद भी तलाशे नहीं मिले 200 से ज्यादा कर्मचारी!, मचा हडकंप

प्रशासन नहीं का रहा ठोस कार्रवाई
प्रशासन को इन अनियमितताओं के बारे में पूरी जानकारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस मामले में सख्त कार्रवाई से परहेज किया जा रहा है। जिलेभर की कई पैथोलॉजी लैब्स में इसी तरह की मनमानी चल रही है, जांच के रेट भी तय नहीं हैं, सभी जगह-जगह अलग रुपए लग रहे हैं, जिससे आम जनता की स्वास्थ्य सुरक्षा के खिलवाड़ के साथ जेब ढीली कराई जा रही है।
वर्जन
हमारी टीम द्वारा आयुष पैथालॉजी गर्ग चौराहा, बालाजी पैथालॉजी आदर्श कॉलोनी, नेमा पैथालॉजी अहिंसा तिराहा की जांच की गई है। जांच के दौरान कोतवाली क्षेत्र में संचालित एक पैथालॉजी में मौके पर पैथालॉजिस्ट नहीं मिलीं। बताया जा रहा है कि ये इंदौर या अन्य शहर में हैं। तीन बार इस संबंध में जानकारी संचालक से ली गई, लेकिन कोई जानकारी नहीं दी जा रही।
अजीत तिवारी, तहसीलदार।
वर्जन
शहर में संचालित होने वालीं पैथालॉजी की जांच कराई गई हैं। टीमों ने जांच पूरी कर ली है। जांच रिपोर्ट सीएमएचओ को देना है, अभी तक नहीं दी है। रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। शहर की दो पैथालॉजी में यह बात सामने आई है कि एक के पैथालॉजिस्ट गुजरात में हैं व एक के नोयडा में हैं, फिर भी उनके नाम पर जांच हो रही है। जांच रिपोर्ट अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रदीप मिश्रा, एसडीएम।

संबंधित विषय:

Hindi News / Katni / अजब फर्जीवाड़ा: नोएडा और गुजरात में पैथोलॉजिस्ट, कटनी में डिजिटल साइन से जारी हो रही जांच रिपोर्ट

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.