मुआवजे से नहीं होगा गुजारा
पशु चिकित्सा विभाग की टीम को संक्रमित क्षेत्र वार्ड क्रमांक 18 में पशुपालकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। यहां पशुपालकों को मर्सी किलिंग की जानकारी दी गई तो वे भड़क गए और डॉक्टरों से ही हुज्जत करने लगे। पशुपालकों ने मुआवजे को लेकर डॉक्टरों से कहा कि इस मुआवजे से उनका गुजारा नहीं है। पशुओं को मार देंगे तो रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
115 शूकर की होगी मर्सी किलिंग
जानकारी के अनुसार विभागीय निर्देशों व गाइडलाइन के आधार पर वार्ड क्रमांक 18 व 30 संक्रमित जोन में चिन्हित किए गए 115 शूकर की मर्सी किलिंग की जाएगी। इसके लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं। अन्य वार्डों में अब तक शूकरों की संख्या को लेकर सर्वे हुए हैं, जिसमें 600 से अधिक शूकर होना पाए गए हैं।
महापौर ने कहा
गंभीरता से करें कार्य- महापौर प्रीति सूरी ने आयुक्त सतेन्द्र धाकरे व अन्य अधिकारियों के साथ अफ्रीकन स्वाइन फीवर रोग से प्रभावित शूकरों के निष्पादन स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने टीम व अधिकारियों को गंभीरता पूर्वक कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान नगरनिगम अध्यक्ष मनीष पाठक व एमआइसी सदस्य भी मौजूद रहे।
मर्सी किलिंग के लिए दवाएं जबलपुर से मंगवाई गई हैं। शासन की गाइड लाइन के अनुसार पशुपालकों को मुआवजा दिया जाएगा। विभाग सहित अन्य तीन विभागों के अधिकारियों की मौजूदगी में मर्सी किलिंग जल्द की जाएगी। इसके लिए तैयारी कर ली गई है।
आरके सिंह, उपसंचालक, पशु चिकित्सा विभाग