दरअसल राजस्थान पत्रिका द्वारा पांच जुलाई के अंक में ‘जाटव बस्ती में दो दशक से पेयजल किल्लत’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर झारेडा गांव की जाटव बस्ती के लोगों की पानी की पीर को उजागर किया था। जिस पर एसडीएम ने संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से जन स्वास्थय अभियंात्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता को मामले की सतही जानकारी लेकर समस्या समाधान के निर्देश दिए थे।
श्रीमहावीर जी खण्ड़ के कनिष्ठ अभियंता के नेतृत्व में झारेडा पहुंचे विभाग के दल ने मुख्य पाइप लाइन में अवैध रुप से किए नल कनेक्शन काटे। पीएचईडी की टीम ने शिम्भू शर्मा, मलके, रेखसिंह, रामसिंह, लोकेश, नवल, निरंजन, लाखन, धर्मी, मुकेश, जब्ती, सुमेर व कल्ला द्वारा किए अवैध जल संबंधों को काटा गया। बाद में नलकूप चलाकर जाटव बस्ती की टंकी में जलभराव किया।