पेड़ के नीचे मिट्टी में सूखे हुए रक्त एवं बालों के अवशेष मिले। कुछ ही दूरी पर कंकाल की हड्डियों के कुछ अवशेष भी मिले। माना जा रहा है कि शव की चमड़ी व मांस को जंगली जानवर चट कर गए। इस कारण नर कंकाल के पूरे अवशेष भी नहीं पाए।
जंगल में कपड़े, जूते अथवा अन्य साक्ष्य भी नहीं मिले हंै। पुलिस ने फोरेन्सिक टीम को मौके पर बुलाया। फोरेन्सिक लैब प्रभारी अरूण चतुर्वेदी ने जांच के लिए रक्त से सनी मिट्टी एवं बालों के नमूने संकलित कर साक्ष्य जुटाए।
पुलिस खोपड़ी एवं मिले अवशेषों को पोस्टमार्टम के लिए करौली लेकर पहुंची।
पुलिस उपाधीक्षक बाबू लाल मीना एवं थानाधिकारी श्रवण कुमार के अनुसार प्रथम दृष्टया नरकंकाल करीब 10-15 दिन पुराना है। पुलिस का कहना है कि पिछले दिनों में क्षेत्र से किसी के गुम होने की कोई सूचना नहीं है। पुलिस हत्या के मामले से भी इंकार नहीं कर रही है। थानाधिकारी का कहना है कि जांच कर रहे हैं। जांच के बाद कुछ खुलासा हो सकेगा।
इधर करौली सामान्य चिकित्सालय के मेडिकल ज्यूरिस्ट डॉ. सुभाष चौधरी ने बताया कि अभी यह पता नहीं चला है कि नरकंकाल महिला का है या पुरुष। एफएसएल की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा।