जिला अस्पताल की मातृ एवं शिशु इकाई भवन में करीब डेढ़ दशक तक कृषि उपज मंडी व्यापार मंडल अध्यक्ष रहे विशम्भर बंडी भोला की द्वितीय पुण्यतिथि पर उनकी पत्नी रुक्मणी देवी, पुत्र संजय गर्ग, सन्तोष गर्ग के सहयोग से सुबह 11 से दोपहर बाद 3 बजे तक चले रक्तदान शिविर का उद्घाटन अतिथियों द्वारा भारत माता व स्वामी विवेकानंद के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
साथ ही रोगियों और गर्भवती महिलाओं के अलावा आपात स्थिति में रक्त की जरुरतें पूरी हो पाएंगी। पीएमओ डॉ. मीणा ने कहा कि रक्तदान महादान है। इससे एक नहीं बल्कि कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। अधिकारियों ने लोगों में रक्तदान के प्रति जज्बे की सराहना की। परिषद अध्यक्ष देवेंद्र जांगिड़ व रक्तदान प्रकल्प प्रभारी शिम्भू गुप्ता ने परिषद की ओर से अब तक लगाए रक्तदान शिविरों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन उमेश शर्मा ने किया।
रक्तदान शिविर में पंजीयन के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए। जहां भाविप की महिला विंग की मोना ऐरन, माया गोयल, नीलम खत्री, वन्दना शर्मा, आरती बिन्दल, मोना मित्तल व पूजा सिंहल ने जिम्मेदारी संभाली। शिविर में रक्तदान कि लिए 132 लोगों का पंजीयन किया गया।
शिविर में भामाशाह संजय गर्ग बंडीभोला ने अपनी पत्नी अंजू गर्ग, छोटे भाई संतोष गर्ग के साथ रक्तदान किया। भारत विकास परिषद की महिला विंग ने स्वर्गीय विशम्भर गर्ग बंडी भोला की पत्नी रुक्मणी देवी का सम्मान किया।