डॉ एसएन सुनील पांडे ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण धरती की गर्म हवाएं हल्की होकर बादलों से टकरा रहे हैं। जिससे बिजली गिर रही है। खेतों में काम करने वाले किसान बारिश होने पर पेड़ों के नीचे आकर खड़े हो जाते हैं और बारिश न होने पर खेतों में चले जाते हैं। इस दौरान बादलों में असमान हवाओं की वजह से नेगेटिव और पॉजिटिव चार्ज बनता है। जिससे बिजली गिरने की संभावना बढ़ जाती है और इसके चपेट में खुले में रहने वाले किसान आ जाते हैं।
क्या कहते हैं सीएसए कानपुर कृषि मौसम वैज्ञानिक?
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर पांडे ने बताया कि आसमान में जब नेगेटिव और पॉजिटिव आपस में टकराते हैं तो बिजली उत्पन्न होती है। यह बिजली इतनी अधिक होती है कि इसका असर धरती पर दिखाई पड़ता है। इसी को बिजली गिरना कहा जाता है।
बिजली (UP lightning) चमक पहले क्यों दिखाई पड़ती है?
डॉ एसएन सुनील पांडे ने बताया कि बिजली का चमक और गड़गड़ाहट एक साथ होती है। लेकिन बिजली की चमक हमें पहले नजर आती है। इसका मुख्य कारण प्रकाश की गति है। जिसकी गति तीन लाख किलोमीटर प्रति सेकंड होती है। जबकि ध्वनि की गति मात्र 332 मीटर प्रति सेकंड होती है। इसलिए हमें बिजली का चमकना पहले सुनाई पड़ता और बादल के टकराने की आवाज बाद में आती है।