राजस्थान पत्रिका ने ‘छापा मारा तो पकड़ में आया नकल का गोरखधंधा ‘शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर नकल प्रकरण का भंडाफोड़ किया था। नर्सिंग टयूटरों की मौजूदगी में भी नकल का खेल चलता पाया गया। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बड़ी संख्या में नकल सामग्री जब्त की।
पुलिस ने शुरू की जांच कोतवाली थाने की उपनिरीक्षक ज्योति ने जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में जाकर इस प्रकरण की जांच शुरू की है। उन्होंने परीक्षा से संबंधित पूरा रिकार्ड जुटाया है। विद्यार्थियों से जब्त पर्चियां भी बतौर सबूत ली गई है। प्राचार्य विद्यादेवी शर्मा ने मंगलवार को नकलची अभ्यर्थियों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
जो दोषी, उस पर हो सख्त कार्रवाई इस बीच शहर के कुछ लोग गुरुवार को जिला कलक्टर ज्ञानाराम से मिले। उन्होंने नकल प्रकरण में जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर की प्राचार्य, एनएनएम ट्रेनिंग सेंटर की प्राचार्य और नर्सिंग ट्यूटरों की भूमिका की जांच कर दोषियों के खिलाऊ सख्त कार्रवाई की मांग की। इस पर जिला कलक्टर ने राजस्थान नर्सिंग कांउसलिंग के रजिस्टार गोविंद शर्मा से दूरभाष पर बात कर इस प्रकरण में तुंरत कार्रवाई करने को कहा।