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कानपुर

कोरोना वायरस के चलते सैकड़ों लोगों ने पढ़ी ‘रामचरित मानस’

‘रामचरित मानस’ के बालकांड में बाल निकलनें की अफवाह के चलते लोगों ने खंगाले पन्ने, डाॅक्टर, वैज्ञानिक और एसएसपी ने की अपील, कोरोना का सिर्फ ये इलाज।

कानपुरMar 22, 2020 / 08:59 am

Vinod Nigam

कोरोना वायरस के चलते सैकड़ों लोगों ने पढ़ी ‘रामचरित मानस’

कोरोना वायरस के चलते सैकड़ों लोगों ने पढ़ी ‘रामचरित मानस’

कानपुर। कोरोना वायरस को लेकर प्रधानमंत्री की अपील के चलते शनिवार को जनता कफ्र्यू लगा है। इसी बीच देरशाम एक अफवाह के चलते सैकड़ों लोगों ने रामचरित मानस के पन्ने खंगाल डाले। जिला प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य विभाग को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने सभी से अपील की अफवाह पर ध्यान न दें और संक्रमण से बचाव के साथ साधानियां बरतें।

क्या है पूरा मामला
देरशाम शहर में एक अफवाह तेजी के साथ फैली कि रामचरित मानस के बाल कांड में एक बाल निकल रहा है। रामचरित मानस के बालकांड से निकलने वाले तीन अंगुल के बाल को पानी में उबाल कर गंगाजल मिलाएं और इसके बाद उसे परिवार को पिलाएं, इससे संकट नहीं आएगा। बाल को बालकांड में ही रख दें और रोजाना ऐसा ही करें। इस अफवाह के बाद लोगों ने रामचरित मानस के पन्नों को खंगालना शुरू किया, पर बाल नहीं मिला।

नहीं हुई पुष्टि
रामचरित मानस में बाल निकलनें की की लोगों ने पुष्टि नहीं की। नौबस्ता निवासी रजनी ने बताया कि उन्होंने भी बालकांड के पन्ने पलटे और रिश्तेदार को जानकारी दी। बाल मिलने की सूचनाएं कई घरों से मिली है। किदवईनगर निवासी अन्नू शक्ला के पास यह खबर पहुंची लेकिन उन्हें कोई बाल नहीं मिला। ये अफवाह कानपुर के अलावा आसपास के जनपदों तक पहुंच गई और वहां भी रामचरित मानस के पप्पे पलटे गए।

विज्ञान से कोई लेना-देना नहीं
हैलट अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डाॅक्टर विकास गुप्ता कहते हैं कि ऐसी अफवाहों का विज्ञान का कोई लेनादेना नहीं है। लोगों को इस तरह की अफवाहों से बचना चाहिये और बीमारी से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां अमल में लाना चाहिये। डाॅक्टर गुप्ता ने लोगों से अपील की कोरोना से बचने के लिए घर पर रहें। बार-बार हाथ धुलें और ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। शाम के वक्त हल्के गर्म पानी से स्नान करें। यही कोरोना का सटीक इलाज है।

कोई वैज्ञानिक पहलू नहीं
आइआइटी के एयरोस्पेस विभाग के प्रोफेसर एवं भारतीय पुरात्तव विभाग के विशेषज्ञ डीपी मिश्रा का कहना है कि यह पूरी तरह अफवाह है। इसमें कोई वैज्ञानिक पहलू नहीं है, इस तरह की बातों से दूर रहें। लोग कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी सावधानियां बरतें। उर्सला के रिटायर्ड निदेशक डाॅक्टर अशोक निगम ने कहा कि पैनिक से बचें और कोरोना से बचने के लिए घर पर रहें। सोशल मीडिया में कोरोना को लेकर जो इलाज बचाते जा रहे हैं उन पर ध्यान न दें।

दर्ज होगा मुकदमा
एसएसपी अनंतदेव तिवारी कहा कहना है कि शहर के लोग इस तरह की अफवाहों पर कतई ध्यान न दें। कोरोना वायरस से बचाव के लिए जरूरी सावधानी और सुरक्षा उपायों को अमल में लाएं। बच्चों बौर बुजुर्गों को घर से बाहर न निकलने दें। रविवार को शहर के लोग जनता कफ्र्यू में सहयोग करें और घरों से बाहर नहीं निकले। एसएसपी ने बताया कि कोरोना को लेकर अफवाह फैलाने वालों पर पुलिस की नजर है और आईटी सेल सक्रिय है। एक युवक पर मुकदमा भी दर्ज किया गया है।

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