District judge deputy director husband drowns in Ganga बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के कबीरपुर गांव निवासी 45 वर्षीय आदित्य वर्धन सिंह उर्फ गौरव वर्तमान समय में इंदिरा नगर लखनऊ में रहते हैं। बनारस में हेल्थ डिपार्टमेंट में डिप्टी डायरेक्टर पद पर तैनात थे। शनिवार को अपने दोस्त प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ बिल्हौर के नानामऊ घाट पहुंचे। दोस्तों के साथ नहाते समय आदित्य वर्धन गहरे पानी में चले गए और डूब गए। मौके पर मौजूद दोस्तों ने गोताखोरों से मदद की गुहार लगाई। लेकिन उन्होंने पहले 10 हजार रुपए देने को कहा। नगद न होने के कारण ऑनलाइन ट्रांसफर करने में समय लग गया।
ऑनलाइन लेने के बाद गोताखोरों ने लगाया छलांग
District judge deputy director husband drowns in Ganga ऑनलाइन पैसे मिलने के बाद गोताखोरों ने नदी में छलांग लगाया। लेकिन तब तक देर हो गई थी। गोताखोर आदित्य वर्धन सिंह को खोज नहीं पाए। घटना की जानकारी मिलने पर बांगरमऊ विधायक श्रीकांत कटियार मौके पर पहुंच गए और उन्होंने मौजूद लोगों से बातचीत की। प्रदीप तिवारी ने बताया कि गोताखोरों ने लापरवाही की अगर समय से मदद मिल जाती तो आदित्य वर्धन को बचाया जा सकता था।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
District judge deputy director husband drowns in Ganga आदित्य वर्धन की बहन गुड़िया, ऑस्ट्रेलिया में उच्च पद पर तैनात है। पिता रमेश चंद और मां शशि प्रभा इस समय अपनी बेटी के पास ऑस्ट्रेलिया में है। घटना की जानकारी मिलने पर घर में कोहराम मच गया। माता-पिता ऑस्ट्रेलिया से भारत के लिए रवाना हो चुके हैं।
पत्नी जिला जज के पद पर
District judge deputy director husband drowns in Ganga पत्नी श्रेया मिश्रा महाराष्ट्र के पुणे में जिला जज के पद पर है। चचेरा भाई अनुपम सिंह बिहार में सीनियर आईएएस कैडर के रूप में मुख्यमंत्री एवं नीतीश कुमार के निजी सचिव के रूप में कार्यरत है। चचेरा भाई योगेंद्र सिंह ‘नीरज’ गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर सर्कल में पुलिस उपाधीक्षक के पद पर है। घटना की जानकारी मिलने पर सभी लोग मौके के लिए रवाना हो चुके हैं।
स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंचे
District judge deputy director husband drowns in Ganga घटना की जानकारी मिलने पर कानपुर से कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मोटर बोट और स्थानीय गोताखोरों की मदद से बड़े पैमाने पर अभियान चलाया गया। लेकिन सफलता नहीं मिली। अंधेरा होने के कारण सर्च अभियान रोक दिया गया था। सुबह फिर शुरू हुआ। कानपुर से एनडीआरएफ टीम की भी मांग की गई है।