जब घर गिराया जा रहा था, तब विकास के पिता अंदर ही मौजूद थे। इस कार्रवाई के बेखबर पिता को जब जेसीबी के अंदर दाखिल होने के बारे में पता लगा, वह किसी तरह खुद को संभालते हुए बाहर आए और थोड़ा दूर जाकर खड़े हो गए। प्रशासन अपना काम करता गया और पिता निःशब्द खड़े देखते रहे। किसी से कोई बात तक नहीं की। उन्हें भी आभास था अपने पुत्र के कृत्यों का और उससे उत्पन्न हुए जनाक्रोश का। उनकी पत्नी सरला तो पहले ही लखनऊ में विकास के लिए मृत्यु की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं।
घर पर खड़ी दो गाड़ियों को भी जेसेबी ने किसी खिलौनी की तरह उछाल कर चकनाचूर कर दिया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरस हो रहा है।