प्रेसिडेंशियल स्पेशल ट्रेन से यात्रा करने वाले पांचवें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जून को आएंगे यूपी लंबे अंतराल के प्रेसिडेंशियल ट्रेन के चलने पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने कहा कि ये हमारे लिए गौरव की बात है कि राष्ट्रपति 15 साल के अंतराल के बाद ट्रेन से सफर किया। उनकी यात्रा दिल्ली से कानपुर होते हुए लखनऊ की थी। दो दिन के कानपुर प्रवास के बाद ट्रेन लखनऊ जाएगी।
राष्ट्रपति कोविंद का कानपुर दौरा, ट्रेन के ऊपर हेलीकॉप्टर तो सड़क पर दौड़ेंगे सुरक्षा वाहन दोपहर 12 बजे सफदरगंज रेलवे स्टेशन से हुई रवाना :- राष्ट्रपति की ट्रेन दोपहर 12 बजे दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन से रवाना हुई। दोपहर 1.55 बजे खुर्जा जंक्शन से गुजरी। दोपहर 3.30 बजे टूंडला की सीमा में ट्रेन दाखिल हुई और लगभग तीस मिनट में आगरा की सीमा से बाहर निकल गई। दोपहर 4.57 बजे ट्रेन इटावा जंक्शन से गुजरी। जहां एसएसपी डा. बृजेश कुमार सिंह सुरक्षा व्यवस्था की खुद निगरानी कर रहे थे। शाम 05.32 बजे प्रेसिडेंशियल ट्रेन औरैया के अच्छल्दा स्टेशन से निकली। और शाम 05.32 बजे औरैया के ही कंचौसी रेलवे स्टेशन से गुजरी ट्रेन, जहां बैकअप ट्रेन कुछ देर के लिए रुकी। शाम 06 बजे कानपुर देहात के झींझक स्टेशन पर राष्ट्रपति उतरे। राष्ट्रपति की भाभी विद्यावती और भतीजी हेमलता, बड़े भाई राम स्वरूप झींझक स्टेशन पर मिले। जबकि विद्यावती की बेटी अंजली, कमलेश कोविन्द और दामाद राजेश कोविन्द को प्रवेश नहीं मिल सका। एक परिवार से सिर्फ दो लोगों को राष्ट्रपति से मिलने का मौका दिया गया।
पैतृक गांव के लोग उत्साहित परौंख सजाया गया है। इसके पहले भाभी विद्यावती उनके सफल कार्यक्रम के लिए घर पर पूजा-पाठ के साथ ही सुंदर कांड का पाठ करा चुकी हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद कोविंद पहली बार तीन दिन के प्रवास पर कानपुर में रहेंगे। इस प्रवास में वे कानपुर देहात स्थित अपने पैतृक गांव परौंख भी जाएंगे। राष्ट्रपति भवन से जारी जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 से 28 जून तक के दौरे में राष्ट्रपति यहां विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोगों से मिलेंगे और उनका हालचाल लेंगे। 27 जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हेलीकाप्टर से पैतृक गांव परौंख और पुखरायां कस्बा जाएंगे।