जबकि बीते दिनों चिडिय़ाघर बंद करने के साथ पक्षीलोक व पक्षीघर के अलावा झील के आस-पास विचरण करने वाले पक्षियों पर खासी निगाह रखी जा रही है। दूसरी तरफ चिड़ियाघर प्रशासन बर्ड फ्लू को लेकर को लेकर एलर्ट हो गया था। सहायक निदेशक अरविंद सिंह ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर पक्षियों के नमूने लेने का सिलसिला जारी रहेगा। अभी भी 15 दिन में पक्षियों के सैंपल चार बार लेकर इंडियन वेटनरी रिसर्च सेंटर बरेली भेजे जाएंगे। दो बार लगातार निगेटिव रिपोर्ट आने पर चिडिय़ाघर खोले जाने पर विचार किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किसी पक्षी में बर्ड फ्लू का वायरस नहीं मिला है। सभी पक्षियों के क्वैकल स्वैब के नमूने लेने की प्रक्रिया जारी रहेगी। वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि जंगली मुर्गों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद से चिडिय़ाघर के किसी पक्षी में ऊपरी जांच में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं मिले हैं। उनका व्यवहार सामान्य पक्षियों की तरह है। पक्षियों की निगेटिव रिपोर्ट आने से अच्छे संकेत मिल रहे हैं।