ये भी पढ़ें- यूपी में अब घर-घर जाकर कोरोना की जांच करेंगी मेडिकल टीमें, अभियान शुरू, 2000 टीमें तैनात कानून मंत्री ने दिया अखिलेश को जवाब- आठ पुलिस जवानों के शहीद होने पर कुछ ही समय पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा पर हमलावर दिख रहे थे। उन्होंने कहा कि उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।
अब इस पोस्टर के सामने आ जाने के बाद उन्हीं पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने मामले पर कहा कि जो आपराधियों को राजनितिक संरक्षण देने की बात कर रहे थे, वह खुद ही इसमें शामिल दिख रहे हैं। कनेक्शन उन्हीं का निकलेगा। उन्होंने कहा कि सपा के डीएनए में ही अपराध है। लेकिन इस बार अपराधी का कोई भी कनेक्शन क्यों न हो, वह बच नहीं पाएगा।
ये भी पढ़ें- 10 ही दिन हुए थे शादी को, पति-पत्नी दोनों हुए कोरोना संक्रमित, पूरा परिवार पहुंचा अस्पताल सुनील यादव ने दिया यह बयान- वहीं समाजवादी प्रवक्ता सुनील यादव ने बचाव में कहा है कि यह पोस्टर वर्षों पुराना है। अगर विकास दुबे का राजनीतिक कनेक्शन ढूंढना है तो ठीक से उनकी फाइल खोली जाए, पता चल जाएगा कि कौन सी पार्टी का उसे संरक्षण प्राप्त था। वह आगे कहते हैं कि यूपी में सपा की सरकार में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी मुठभेड़ में हमारे इतने पुलिस जवान शहीद हुए हों। यह केवल भाजपा की योगी सरकार में हुआ है।