ऐसे परिवारों के लिए सरकार की योजना होगी रामबाण कानपुर के गोविंद नगर में कोरोना काल में दो बच्चियों ने माता-पिता को खो दिया। बेसहारा मासूम बच्चियों को ताऊ के बेटे ने गोद तो ले लिया, लेकिन उनकी खुद आर्थिक स्थिति ही ठीक नहीं है। इससे दोनों बेटियों की पढ़ाई और पालन पोषण नामुमकिन था। राज्य सरकार की बाल सेवा योजना ऐसे परिवारों के लिए रामबाण होगी। इस योजना में दोनों बेटियों को बालिग होने तक प्रतिमाह चार हजार रुपये और बालिग होने पर प्रत्येक को एक लाख एक हजार रुपये मिलेंगे। राज्य सरकार की इस योजना के बाद इन बेटियों की देखभाल में समस्या नहीं होगी।
प्रतिमाह पालन पोषण के लिए मिलेगी धनराशि जिला प्रोबेशन कार्यालय ने अभी तक जांच पड़ताल करके 38 बच्चों के लिए अपनी स्वीकृति के साथ राज्य सरकार को भेज दिए हैं। इन बच्चों को जल्द मासिक मदद मिलने लगेगी। 22 मामलों में दस्तावेजों की जांच के बाद 20 जुलाई तक उन्हें भी भेज दिया जाएगा। अधिकारी बताते हैं कि ऐसे 110 बच्चों के आवेदनों को जांच पूरी होने के बाद इन्हें भी राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा। केंद्र सरकार भी ऐसे बच्चों को पीएम केयर्स फंड से मदद दे रही है। जिला प्रोबेशन अधिकारी अभय कुमार ने बताया कि 179 बच्चों के आवेदन मिले हैं। जल्द ही इन बच्चों को मदद मिलना शुरू हो जाएगी। बच्चों को बाल सेवा योजना के साथ पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन योजना से भी मदद मिलेगी।
राज्य सरकार से मिलेगी ये मदद -4000 हजार रुपये बच्चे को प्रतिमाह
-1.01 लाख रुपये बालिकाओं को बालिग होने पर
-स्कूल व कालेज में पढऩे वाले छात्रों को टैबलेट व लैपटाप पीएम केयर्स फंड से होगी ये मदद
-18 साल तक मासिक छात्रवृत्ति
-23 साल पूर्ण होने पर 10 लाख फंड
-पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा