कहीं कोई साजिश तो नहीं!
अचानक से आग लगने के पीछे की वजह साफ नहीं हो पाई है। आला अधिकारियों के मन में शंका है कि कहीं ये आग किसी तरह से सबूत को मिटाने के लिए तो नहीं लगाई गई। आपको बता दें कि इस समय कानपुर में कई अहम मुकदमे चल रहे हैं। इस वजह से साक्ष्य मिटाए जाने की कोशिश के नजरिए से भी इस अग्निकांड को भी देखा जा रहा है।
अग्निशमन अधिकारी लक्ष्मी नारायण ने जानकारी दी कि आग को बुझाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। न्यायालय के अंदर बड़ी गाड़ियों के साथ छोटी गाड़ी भी ले जाने की उचित व्यवस्था नहीं थी। रास्ते सकरे थे जिनसे निकलना आसान नहीं था। फिलहाल आग पर कड़ी मेहनत करके काबू पा लिया गया है और बड़ी दुर्घटना होने से टल गई। कुछ दस्तावेजों के जलने से नुकसान हुआ है। अधिकारी हर बिंदुओं पर जांच कर रहे हैं और आग के लगाने का सही कारण भी जानने का प्रयास किया जा रहा है।